राजगढ़ (मध्य प्रदेश)।मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक युवक के साथ विवाह के नाम पर बड़ी ठगी की गई। शादी के ठीक बाद जब दूल्हे ने दुल्हन का चेहरा देखा, तो उसे अहसास हुआ कि यह वही लड़की नहीं है, जिसे दिखाकर रिश्ता तय किया गया था। सुहागरात के दौरान दुल्हन को संदिग्ध बातचीत करते सुनने के बाद शक गहराया और मामला सीधा पुलिस तक पहुंच गया।
दरअसल, यह पूरा मामला जिले के लीमा चौहान थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर गांव का है। गांव के रहने वाले कमल सिंह सोंधिया की शादी 14 अप्रैल को खिलचीपुर तहसील के लिम्बोदा गांव में एक सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान कराई गई थी। लड़की की पहचान सुसनेर की निवासी के रूप में कराई गई थी।
सुहागरात पर साजिश की बातचीत
शादी के बाद जब कमल अपनी दुल्हन के साथ कमरे में गया, तो वह किसी से फोन पर बातचीत कर रही थी। बातचीत में वह कह रही थी कि घरवालों और कमल को नींद की गोलियाँ देकर जेवर और नकदी लेकर भाग जाएगी। यह सुनते ही कमल को गहरा झटका लगा। जब उसने दुल्हन का घूंघट हटाया, तो सामने एक अपरिचित चेहरा था।
कमल के मुताबिक, यह वह लड़की नहीं थी जिसे दिखाकर उसकी सगाई कराई गई थी। जब उसने विरोध किया, तो दुल्हन ने कथित रूप से उसे बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। आखिरकार, पूछताछ के बाद दुल्हन ने कबूल किया कि वह राधा नहीं, बल्कि सलोनी गोंड है — बिल्लोद क्षेत्र की रहने वाली, और पहले से ही शादीशुदा।
11 लाख की धोखाधड़ी, 5 गिरफ्तार
कमल द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, यह पूरा मामला एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। शादी का सौदा कुल 11 लाख रुपए में तय किया गया था, जिसमें 5.75 लाख रुपए लड़की के परिजनों को और 5.25 लाख रुपए कालू सिंह नामक दलाल को दिए गए थे।
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि सलोनी ने अपने पति जितेंद्र गोंड के साथ मिलकर यह फर्जी विवाह किया था। इस पूरे षड्यंत्र में भोपाल निवासी शरीक खान, दलाल कालू सिंह, बालू सिंह, और सुसनेर निवासी जोरावर सिंह व उसकी पत्नी भी शामिल हैं।
लीमा चौहान थाना प्रभारी अनिल राहोरिया के अनुसार, इस धोखाधड़ी के मुख्य साजिशकर्ता कालू सिंह और बालू सिंह हैं। इन्होंने पहले असली लड़की को दिखाकर रिश्ता तय कराया और फिर सलोनी को फर्जी दुल्हन बनाकर शादी करवाई।
सलाखों के पीछे आरोपी, दो अब भी फरार
पुलिस ने अब तक सलोनी गोंड, उसके पति जितेंद्र गोंड, शरीक खान, कालू सिंह और बालू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हालांकि, साजिश में शामिल जोरावर सिंह और उसकी पत्नी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।