परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा: दूसरे की जगह पेपर दे रहा युवक पकड़ा गया, 10 लाख रुपये में तय हुई थी डील

 



भोपाल।केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित LDC भर्ती परीक्षा के दौरान भोपाल में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। रविवार को बंगरसिया स्थित केंद्रीय विद्यालय में परीक्षा के दौरान एक युवक, दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया। मिसरोद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके से आरोपी को हिरासत में लिया और गिरोह के मास्टरमाइंड समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से दो मोबाइल फोन, एक टैबलेट, फर्जी आईडी कार्ड और करीब डेढ़ लाख रुपये नगद बरामद किए हैं।

बायोमैट्रिक जांच में फर्जीवाड़ा उजागर

परीक्षा केंद्र पर बायोमैट्रिक जांच के दौरान उम्मीदवार के पहचान मिलान में गड़बड़ी सामने आई, जिससे परीक्षा प्रबंधन को संदेह हुआ। केंद्र के प्राचार्य ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मिसरोद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ में युवक ने खुद को बबलेश मीणा, निवासी दौसा (राजस्थान) बताया, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने अपना असली नाम सोनू कुमार मिश्रा, निवासी पटना (बिहार) उजागर किया।

राजस्थान के गिरोह से जुड़ा था आरोपी, 10 लाख में हुआ था सौदा

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार युवक ने पटना में पढ़ाई के दौरान जसवंत मीणा नामक व्यक्ति से संपर्क किया था। जसवंत ने उसे बबलेश मीणा की जगह परीक्षा देने के लिए 4 लाख रुपये का प्रस्ताव दिया था, जबकि बबलेश मीणा से उसने 10 लाख रुपये में सौदा किया था। इस डील के तहत जसवंत ने बबलेश से एडवांस में 2 लाख रुपये ले लिए थे और सोनू को 50 हजार रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया था।

दिल्ली से भोपाल फ्लाइट से पहुंचा था फर्जी परीक्षार्थी

आरोपी सोनू ने पुलिस को बताया कि वह 19 अप्रैल को दिल्ली से फ्लाइट द्वारा भोपाल आया था और एक होटल में ठहरा था। 20 अप्रैल की सुबह वह बबलेश मीणा के नाम से परीक्षा केंद्र पहुंचा। लेकिन बायोमैट्रिक सत्यापन में गड़बड़ी सामने आने पर प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।

तीनों आरोपी गिरफ्तार, फर्जीवाड़े का नेटवर्क उजागर

मिसरोद पुलिस ने इस मामले में आरोपी सोनू कुमार मिश्रा, मास्टरमाइंड जसवंत कुमार मीणा (निवासी जयपुर, राजस्थान) और वास्तविक अभ्यर्थी बबलेश मीणा (निवासी दौसा, राजस्थान) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके पास से दो मोबाइल फोन, एक टैबलेट, फर्जी आईडी कार्ड और लगभग डेढ़ लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।

पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।

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