मंदसौर (फतेहगढ़)।मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के फतेहगढ़ में एक शादी समारोह के दौरान परोसे गए दूषित भोजन ने सैकड़ों लोगों की तबीयत बिगाड़ दी। अब तक करीब 200 से अधिक लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो चुके हैं, जिनका इलाज स्थानीय शासकीय स्कूल में अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाकर किया जा रहा है। वहीं, ग्रामीणों का दावा है कि बीमारों की संख्या 700 से भी अधिक हो सकती है।
रसमलाई खाने के बाद बिगड़ी तबीयत
17 अप्रैल की रात फतेहगढ़ में हुए एक विवाह समारोह में लगभग 500 से अधिक लोगों ने भोजन किया था। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, समारोह के अगले दिन सुबह बड़ी संख्या में लोगों को उल्टी, दस्त और सिरदर्द जैसी शिकायतें होने लगीं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि अधिकांश लोगों ने समारोह में परोसी गई रसमलाई का सेवन किया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई।
अस्पताल नहीं, स्कूल बना इलाज केंद्र
बीमार लोगों की संख्या अचानक बढ़ने के कारण स्थानीय स्वास्थ्य संसाधनों पर दबाव पड़ गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, फतेहगढ़ के शासकीय स्कूल को तत्काल उपचार केंद्र में तब्दील किया गया। धुंधड़का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और मंदसौर जिला अस्पताल से चिकित्सकों की टीमें मौके पर पहुंची हैं और मरीजों का उपचार जारी है।
ग्रामीणों का आक्रोश: पर्याप्त स्टाफ नहीं पहुंचा
ग्रामीणों ने प्रशासन पर समय पर पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंचाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब दर्जनों लोग एक साथ बीमार पड़ गए, तब भी मौके पर डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या नाकाफी रही। कई मरीजों को प्राथमिक उपचार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
सांसद-विधायक ने लिया जायजा
घटना की जानकारी मिलते ही सांसद सुधीर गुप्ता और स्थानीय विधायक विपिन जैन मौके पर पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया। विधायक जैन ने बताया कि प्रशासन के सहयोग से स्कूल और धर्मशाला में अस्थायी चिकित्सा सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने कहा, "करीब 200 लोगों की जान खतरे में थी, अब स्थिति नियंत्रण में है। कलेक्टर और सीएमएचओ से लगातार संपर्क बना हुआ है।"
स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की जांच
फूड सेफ्टी अधिकारियों की टीम भी मामले की जांच में जुटी हुई है। शुरुआती संकेत मिठाई में दूषित सामग्री या खराब स्टोरेज की ओर इशारा कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।