राजगढ़ (मध्यप्रदेश)।मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक अनोखा वाकया सामने आया है, जहां शादी की खुशियों के बीच प्रशासन की सख्ती भी देखने को मिली। ब्यावरा ब्लॉक के बाल्यापुरा गांव में गाजे-बाजे के साथ बारात लेकर जा रहे दूल्हे की गाड़ी को अचानक बीच रास्ते में रोक दिया गया। रुकवाने वाला कोई और नहीं, बल्कि ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) पूरा कराने वाला एक सेल्समैन था।
सेल्समैन विजेंद्र (टिंकु) यादव ने दूल्हे से पहले अंगूठा दिखाने को कहा और फिर मौके पर ही उसकी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कराई। इसके बाद ही दूल्हा बारात लेकर अपनी दुल्हनिया के घर रवाना हो पाया। बारातियों और स्थानीय लोगों ने इस घटनाक्रम को देखकर हैरानी जताई, लेकिन नियमों के पालन को लेकर सभी ने इसे जरूरी कदम बताया।
ई-केवाईसी में पिछड़े थे दूल्हा और उसका भाई
जानकारी के अनुसार, बीरम भिलाला परिवार के अधिकांश सदस्यों की ई-केवाईसी पहले ही पूरी हो चुकी थी। केवल दो सदस्य दूल्हा और उसका भाई शेष रह गए थे। जिले में शासन-प्रशासन ने 30 अप्रैल तक 100% ई-केवाईसी का लक्ष्य तय कर रखा है। इसी कड़ी में सेल्समैन गांव-गांव जाकर ई-केवाईसी कर रहे हैं, ताकि राशन वितरण जैसी शासकीय योजनाओं में पात्र हितग्राहियों को बाधा न आए।
जिले में अब तक 82% ई-केवाईसी पूरी
राजगढ़ जिले में ई-केवाईसी कार्य में तेजी लाई गई है। अब तक 82 प्रतिशत हितग्राहियों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। हालांकि, दो लाख से अधिक हितग्राही अब भी प्रक्रिया से वंचित हैं। कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने हाल ही में निर्देश जारी कर सभी ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों और सेल्समैनों को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के आदेश दिए हैं। बिना ई-केवाईसी के अब पात्र हितग्राहियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत राशन नहीं मिल पाएगा।
नियमों की अनदेखी पर नहीं चलेगी छूट
प्रशासन ने साफ किया है कि ई-केवाईसी अनिवार्य है और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। इसलिए चाहे शादी-ब्याह जैसे पारिवारिक अवसर हों या अन्य आयोजन, अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए हर हाल में कार्य पूर्ण कर रहे हैं। बाल्यापुरा गांव की यह घटना इसी प्रशासनिक सक्रियता का उदाहरण बन गई है।