थाने के भीतर फायरिंग: हेड कांस्टेबल की छाती में घुसी गोली सीटी स्कैन में नहीं मिली, हमलावर की तलाश जारी



सतना (मध्य प्रदेश)। जिले के जैतवारा थाने में हेड कांस्टेबल पर थाने के भीतर ही जानलेवा हमला किए जाने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। प्रारंभिक जांच में दावा किया गया था कि नकाबपोश हमलावर ने हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग पर कट्टे से फायर किया था, लेकिन जिला अस्पताल में कराए गए सीटी स्कैन में गोली का कोई अंश शरीर में नहीं मिला। घायल कांस्टेबल को बेहतर इलाज के लिए रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है।

घटना के समय क्या हुआ था?

यह सनसनीखेज वारदात सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात करीब 12 बजे की है। ड्यूटी से लौटकर जब हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग थाना परिसर स्थित बैरक में आराम कर रहे थे, तभी उन्होंने बाहर हलचल की आवाज सुनी। बाहर निकलते ही नकाबपोश युवक ने उन पर कट्टे से गोली चला दी। गोली उनके सीने में लगी थी, जिसके बाद उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया।

पीड़ित की ओर से संदेह

प्रिंस गर्ग ने पुलिस अधिकारियों को दिए बयान में कहा है कि हमलावर का चेहरा कपड़े से ढंका हुआ था, लेकिन उन्हें शक है कि हमला करने वाला युवक मेहुती निवासी आदर्श शर्मा उर्फ पच्चू हो सकता है। बताया गया कि कुछ दिन पहले हेड कांस्टेबल ने आदर्श की गाड़ी थाने में खड़ी करवाई थी, जिससे वह नाखुश था।

प्रिंस के भाई प्रशांत तिवारी ने भी आरोप लगाया कि यह साजिश पूर्व नियोजित हो सकती है। उन्होंने बताया कि भाई की लोकेशन थाना क्षेत्र के ही युवक साहिल त्रिपाठी ने आदर्श को दी थी। हालांकि, हमले की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।

जांच और पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही एसपी आशुतोष गुप्ता, सीएसपी महेन्द्र सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और घायल से पूछताछ की। सीएसपी ने बताया कि थाने के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लिया है और संभावित आरोपियों की तलाश में टीमें रवाना कर दी गई हैं।

सबसे बड़ा सवाल: गोली गई कहां?

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घायल हेड कांस्टेबल के सीने में गोली लगने की पुष्टि उनके बयान और प्राथमिक उपचार के दौरान हुई, लेकिन अस्पताल में कराए गए सीटी स्कैन में गोली का कोई अंश नहीं मिला। इससे पुलिस जांच की दिशा और अधिक जटिल हो गई है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि गोली छाती में आर-पार हो गई हो, या फिर सतही रूप से लगी हो।

फिलहाल घायल कांस्टेबल का इलाज रीवा के संजय गांधी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी स्थिति स्थिर है और फिलहाल किसी तरह का जान का खतरा नहीं है।

जांच जारी, कई सवाल अनुत्तरित

यह घटना न केवल थाने की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भीतर तक घुसकर पुलिसकर्मी पर हमला करने का दुस्साहस किसने और क्यों किया? क्या यह महज व्यक्तिगत रंजिश है या इसके पीछे कोई संगठित मंशा?

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