सागर (मध्यप्रदेश)। जिले की जैसीनगर तहसील के सेमाढाना सर्किल में पदस्थ एक राजस्व कर्मचारी को लोकायुक्त पुलिस ने चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू रमेश आठिया पर रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
लोकायुक्त पुलिस सागर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिंगारमुंडी निवासी 65 वर्षीय किसान हरिराम यादव ने 4 अप्रैल को लोकायुक्त अधीक्षक को एक शिकायत सौंपी थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी कृषि भूमि का बंटवारा अपने बच्चों के नाम कर दिया है और संबंधित नामांतरण हेतु तहसील कार्यालय में आवेदन भी प्रस्तुत कर चुके हैं। किसान के अनुसार, जब वे प्रक्रिया की जानकारी लेने सेमाढाना स्थित तहसील कार्यालय पहुंचे, तो वहां पदस्थ बाबू रमेश आठिया ने बंटवारा आदेश और नामांतरण दर्ज करने के एवज में ₹5000 की रिश्वत की मांग की। पीड़ित किसान पहले ही ₹1000 की राशि दे चुके थे।
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त टीम ने मामले की जांच कर सत्यापन कराया, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे योजनाबद्ध तरीके से आवेदक हरिराम यादव को ₹4000 की शेष राशि के साथ बाबू के पास भेजा गया। जैसे ही आरोपी ने अपने कार्यालय की टेबल पर रिश्वत की रकम स्वीकार की, लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद लोकायुक्त टीम ने आरोपी बाबू के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत विधिसम्मत कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई में लोकायुक्त निरीक्षक केपीएस बैन, उपनिरीक्षक अभिषेक वर्मा, प्रधान आरक्षक अजय क्षेत्री, आरक्षक अरविंद नायक, संतोष गोस्वामी, राघवेंद्र ठाकुर और गोल्डी पासी शामिल रहे।