ईसाई धर्मगुरुओं से अभद्रता के मामले में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर, गिरफ्तारी की कोशिश पर रांझी थाना में हंगामा



जबलपुर। रांझी थाना क्षेत्र में धार्मिक विवाद से उपजे तनाव ने शनिवार को फिर तूल पकड़ लिया, जब हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में थाने के बाहर प्रदर्शन किया। मामला 31 मार्च को थाना परिसर में ईसाई धर्मगुरुओं के साथ कथित अभद्रता से जुड़ा है, जिसमें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े आधा दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने शुक्रवार रात प्राथमिकी दर्ज की थी।

सूत्रों के अनुसार, जिन कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें कुछ महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। शनिवार को जैसे ही पुलिस ने नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की, संगठन के कार्यकर्ताओं ने थाने में पहुंचकर विरोध जताया। स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब कार्यकर्ताओं ने थाने परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी और देखते ही देखते सड़क पर उतरकर रांझी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।

इस बीच एक महिला कार्यकर्ता ने पलटवार करते हुए ईसाई धर्मगुरुओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। संगठन का आरोप है कि 31 मार्च को मंडला से आए कुछ ग्रामीणों को धर्मांतरण के उद्देश्य से जबलपुर लाया गया था, जिसकी जानकारी मिलने पर वे उन्हें लेकर रांझी थाना पहुंचे थे। इसी दौरान विवाद बढ़ा और आरोप है कि ईसाई धर्मगुरुओं के साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया।

1 अप्रैल को ईसाई समाज के प्रतिनिधि इस प्रकरण की शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे और थाने में हुई घटना से संबंधित वीडियो फुटेज भी प्रस्तुत किए थे, जो कथित रूप से सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। समुदाय ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।

पुलिस ने शिकायत और साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार रात प्राथमिकी दर्ज कर ली, जिसके बाद यह मामला एक बार फिर सियासी और धार्मिक रंग लेता दिख रहा है।

प्रशासन की सतर्क निगाहें

स्थिति को देखते हुए रांझी थाना क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने