जबलपुर। पाटन-कटंगी लिंक रोड स्थित एक मकान में आईपीएल मैच की हर बॉल पर करोड़ों के सट्टे का खेल चल रहा था, जिसे क्राइम ब्रांच ने देर रात छापेमारी कर उजागर किया। कार्रवाई में शुभ-लाभ नामक ऑनलाइन सट्टा एप्लीकेशन के जरिए सट्टा संचालित करते तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला न केवल इस वर्ष का पहला आईपीएल सट्टा केस है, बल्कि इसमें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराएं भी जोड़ी गई हैं — जो जिले में सट्टे की कार्रवाई के इतिहास में पहली बार हुआ है।
योजनाबद्ध तरीके से की गई छापेमारी
क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि माढ़ोताल थाना क्षेत्र के कटंगी-पाटन लिंक रोड पर हुकुम चंद पटेल के मकान में सट्टा गतिविधियां संचालित हो रही हैं। जानकारी मिलते ही टीम ने रणनीतिक तरीके से दबिश दी। मकान मालिक हुकुम चंद ने पूछताछ में बताया कि तीन युवक ऊपरी मंजिल में बैठकर मैच देख रहे हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम बगल के मकान की छत से होते हुए उक्त कमरे में पहुंची, जहां तीन युवक लैपटॉप, मोबाइल और रजिस्टर के जरिए सट्टा संचालन करते पाए गए। पकड़े गए युवकों की पहचान निखिल जैन, राकेश जैन और आनंद जैन के रूप में हुई है, तीनों ही फुहारा क्षेत्र के निवासी हैं।
तकनीकी साक्ष्य और नकद बरामद
कार्रवाई के दौरान आरोपियों के पास से ₹33,500 नगद, एक लैपटॉप (जिसमें शुभ-लाभ सट्टा एप्लीकेशन एक्टिव था), और तीन मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। रजिस्टर में लाखों रुपये के लेन-देन का हिसाब मिला है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने सट्टा नेटवर्क को डिजिटल माध्यम से जोड़ते हुए ऐप के जरिए पूरे शहर में फैलाया था।
आईटी एक्ट के तहत ऐतिहासिक कार्रवाई
साइबर सेल की सहायता से जब आरोपियों के मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया गया, तो राकेश जैन द्वारा उपयोग किए जा रहे दोनों मोबाइल नंबर फर्जी नामों से रजिस्टर्ड पाए गए। इस आधार पर उसके खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत अलग से प्रकरण दर्ज किया गया है। यह पहला मौका है जब जिले में सट्टा मामले के साथ-साथ आईटी एक्ट को भी समाहित किया गया है।