मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि औरैया में एक ऐसी ही चौंकाने वाली घटना ने सबको हिलाकर रख दिया। इस बार कहानी की मुख्य किरदार प्रगति यादव है, जिसने शादी के महज 15 दिन बाद अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति दिलीप यादव की हत्या की साजिश रच डाली। यह वारदात न केवल अपनी क्रूरता के लिए चर्चा में है, बल्कि यह भी दिखाती है कि रिश्तों की बुनियाद कितनी जल्दी दरक सकती है।
2 लाख की सुपारी और मुंह दिखाई के पैसे
पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रगति अपनी शादी से खुश नहीं थी। उसका अपने गांव के ही अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव से अवैध संबंध था। पति दिलीप को रास्ते से हटाने के लिए प्रगति ने पेशेवर शूटर रामजी नागर को 2 लाख रुपये की सुपारी दी। हैरानी की बात यह है कि उसने शुरुआती भुगतान के तौर पर 1 लाख रुपये दिए, जो उसने अपनी मुंह दिखाई में मिले पैसों से जुटाए थे। यह खुलासा इस साजिश की ठंडे दिमाग से की गई तैयारी को उजागर करता है।
साजिश की परतें: शादी से हत्या तक का सफर
प्रगति और दिलीप की शादी 5 मार्च 2025 को हुई थी। लेकिन प्रगति का दिल अपने प्रेमी अनुराग पर था, जिससे वह शादी करना चाहती थी। परिजनों के दबाव में उसे दिलीप से विवाह करना पड़ा। शादी के कुछ ही दिनों बाद प्रगति ने अनुराग के साथ मिलकर पति को खत्म करने की योजना बनाई। इस साजिश को अंजाम देने के लिए अनुराग ने पेशेवर शूटर रामजी नागर को हायर किया। यह पूरी कहानी पारिवारिक दबाव और निजी इच्छाओं के टकराव की दुखद परिणति है।
हत्या की रात का खौफनाक मंजर
हत्या की रात रामजी नागर ने दिलीप को बहाने से बुलाया और उसे बाइक पर बैठाकर खेतों की ओर ले गया। वहां उसने पहले दिलीप के साथ मारपीट की और फिर उसे गोली मार दी। आरोपी दिलीप को मरा समझकर मौके से फरार हो गए। इस वारदात की क्रूरता यह बताती है कि साजिशकर्ताओं ने अपने मकसद को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सीसीटीवी और पुलिस की तत्परता से खुला राज
पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग दिलीप का पीछा करते और उसे बाइक पर बैठाकर ले जाते हुए दिखाई दिए। मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने रामजी नागर को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में रामजी ने सनसनीखेज खुलासा किया कि इस हत्या में दिलीप की पत्नी प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग की सीधी संलिप्तता थी। यह पुलिस की सजगता ही थी जिसने इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
तीनों आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
पुलिस ने इस हत्याकांड के तीनों मुख्य आरोपियों—प्रगति यादव, अनुराग यादव और रामजी नागर—को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का मानना है कि इस साजिश में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। मामले की गहन जांच जारी है ताकि इस वारदात की हर परत को उजागर किया जा सके।
यह घटना न केवल एक आपराधिक साजिश की कहानी है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों में छिपी जटिलताओं को भी सामने लाती है। औरैया की यह वारदात मेरठ के हत्याकांड की याद ताजा करती है, जो समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है।