दिनदहाड़े हत्या से दहला शहर, अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस पर उठे सवाल



नागपुर। शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करने वाली एक सनसनीखेज वारदात में दिनदहाड़े एक व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह घटना जाटतरोड़ी पुलिस चौकी के सामने हुई, जहां आरोपी ने धारदार हथियार से वार कर 53 वर्षीय नरेश वालदे की हत्या कर दी।

हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग का एंगल मृतक नरेश वालदे पेशे से पेंटर थे और अपनी पत्नी, तीन बेटियों व लकवाग्रस्त मां के साथ रहते थे। उनके एक रिश्तेदार युवती के आरोपी नाना मेश्राम के साथ पूर्व में प्रेम संबंध थे। वर्ष 2019 में नाना एक हत्या के मामले में जेल गया था, जिसके बाद युवती ने उससे दूरी बना ली। वर्ष 2021 में जेल से रिहा होने के बाद उसने फिर से युवती से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन जब वह असफल रहा, तो उसने प्रतिशोध की भावना से उसके घर के बाहर खड़ी बाइक को आग के हवाले कर दिया।

पहले भी कर चुका था हिंसक वारदात इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया, लेकिन कुछ समय बाद सब सामान्य हो गया। इसी बीच युवती ने नौकरी शुरू कर दी और शहर से बाहर चली गई। हाल ही में जब वह घर लौटी, तो नाना फिर से उससे संपर्क साधने की कोशिश करने लगा, जिसका नरेश ने विरोध किया। इसी रंजिश के चलते नाना और उसके साथी ईश्वर उर्फ जैकी सोमकुवर ने दिनदहाड़े इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।

सुनियोजित हमले में मौत बुधवार दोपहर किसी अज्ञात फोन कॉल के बाद नरेश घर से निकले। जाटतरोड़ी पुलिस चौकी के सामने पहले से घात लगाए नाना और जैकी ने उन्हें रोका और गाली-गलौज करने लगे। फिर अचानक धारदार हथियार से उनके पेट और सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना के बाद दहशत का माहौल स्थानीय नागरिकों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायल नरेश को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। लोगों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर अपराधी इतने बेखौफ कैसे हो गए हैं कि पुलिस चौकी के सामने दिनदहाड़े हत्या कर फरार होने की हिम्मत कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर डाली सनसनीखेज पोस्ट हत्या के कुछ ही घंटों बाद आरोपी नाना मेश्राम ने इंस्टाग्राम पर युवती के साथ अपनी तस्वीर साझा की और मराठी में लिखा, "बघ न बेबी मी काय केले" (देखो बेबी, मैंने क्या कर दिया)। यह पोस्ट न केवल उसकी मानसिकता को दर्शाती है बल्कि यह भी इंगित करती है कि अपराधियों में अब कानून का कोई भय नहीं रह गया है।

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