जबलपुर। मंगलवार को कलेक्ट्रेट जनसुनवाई के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक महिला ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। महिला का आरोप था कि वह अपनी समस्या के समाधान के लिए महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिल रहा।
क्या है मामला?
मदन महल क्षेत्र निवासी उर्मिला कुशवाहा ने बताया कि काली मंदिर के पास स्थित उनके 700 स्क्वायर फीट के प्लॉट पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। जब उन्होंने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकियां भी दी गईं। उन्होंने कई बार मदन महल थाने और एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई करने के बजाय उन्हें अदालत जाने की सलाह दी।
कलेक्ट्रेट में आत्मदाह की कोशिश
न्याय की आस में थकी-हारी उर्मिला अपने परिवार के साथ मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचीं। शिकायत का समाधान न होने से निराश महिला ने अपने साथ लाई पेट्रोल की बोतल से खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालने की कोशिश की। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत हरकत में आते हुए बोतल छीन ली और महिला को रोक लिया।
पुलिस को पहले ही मिली थी सूचना
सूत्रों के अनुसार, किसी ने महिला के इरादों की जानकारी पुलिस को पहले ही दे दी थी, जिसके चलते पुलिसकर्मी सतर्क थे। उनकी तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई।
एसडीएम ने दिया समस्या समाधान का आश्वासन
घटना के बाद उर्मिला कुशवाहा को समझा-बुझाकर सभा कक्ष में ले जाया गया, जहां एसडीएम पंकज मिश्रा ने उनकी पूरी बात सुनी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
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