भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खजूरी बायपास पर शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में एक छात्र की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हुए हैं। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में दो प्रोफेसर भी शामिल हैं। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
कैसे हुआ हादसा?
यह दुर्घटना दोपहर 2 बजे हुई, जब पीपुल्स इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र और स्टाफ सदस्य आईआईएसईआर (IISER) कॉलेज का शैक्षणिक दौरा समाप्त कर वापस लौट रहे थे। निफ्ट कॉलेज के पास भौरी बायपास पर पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक (RJ 17 GA 8818) ने बस (MP 04 ZH 3229) को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि बस का एक हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
पीड़ितों की स्थिति
इस दुर्घटना में बिरसिंहपुर पाली के निवासी विनीत साहू की मौत हो गई। घायलों में विमल यादव और शिवम लोधी की हालत गंभीर है। उन्हें भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 29 छात्रों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि 13 सुरक्षित बच गए।
स्थानीय मदद ने बचाई जान
घटना के समय भौंरी गांव के निवासी राजेश ने बताया, "मैं भोजन के बाद आराम कर रहा था, तभी हादसे की खबर मिली। मौके पर पहुंचा तो देखा कि दर्जनों छात्र बस में फंसे हुए थे। गांव वालों की मदद से बच्चों को बाहर निकाला और उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया।"
क्या कहना है पुलिस का?
टीआई नीरज वर्मा ने बताया कि हादसा ट्रक की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रक ओवरस्पीड में था। पुलिस ने ट्रक और बस को जब्त कर लिया है। घटना के बाद 9 एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ओवरस्पीड वाहनों की वजह से हो रहे हादसों पर सवाल खड़े करती है। ट्रक ड्राइवर की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली और कई परिवारों को सदमे में डाल दिया।
दूसरी दुर्घटना: ग्वालियर-इटावा हाइवे पर मामा-भांजे की मौत
गुरुवार-शुक्रवार की रात ग्वालियर-इटावा हाइवे पर एक अन्य दर्दनाक हादसा हुआ। तेज रफ्तार कार बिजली के खंभे से टकरा गई, जिसमें मामा-भांजे की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक आकाश जाटव और उनके मामा नरेंद्र जाटव बैतूल जिले के रहने वाले थे।