पुरानी रंजिश का खौफनाक अंत: तीन दोस्तों ने मिलकर की युवक की हत्या



ग्राम लोरहा (जिला उमरिया):
कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम लोरहा में गुरुवार को सामने आए हत्या के एक सनसनीखेज मामले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने इस हत्या के आरोप में मृतक के तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपी सचिन पिता मुकेश चौधरी, शिवा पिता कमलेश चौधरी और सुरेंद्र पिता पेन्गलु कुशवाहा, मृतक अमित के करीबी दोस्त बताए जा रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया।

घटना का सिलसिला:
मृतक अमित पिता छोटे चौधरी (22) बुधवार की सुबह अपने घर से निकला था। तभी आरोपियों ने उसे रास्ते में रोका और पुरानी रंजिश के चलते उसकी हत्या कर दी। अमित का शव गुरुवार सुबह लोरहा के मोहन साहू के खेत में संदिग्ध अवस्था में मिला। परिजनों ने बुधवार रात तक अमित के घर न लौटने पर सिविल चौकी उमरिया में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पुरानी रंजिश ने छीना जीवन:
बताया जाता है कि आरोपी तीनों किसी पुरानी बात को लेकर अमित से नाराज थे। यह नाराजगी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

हत्या का सिलसिला:
उमरिया जिले में पिछले 20 दिनों में पांच हत्याओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • 28 दिसंबर: इंदवार थाना अंतर्गत ग्राम सेजवाही में महिमा पटेल की हत्या।
  • 29 दिसंबर: पाली थाना क्षेत्र के ग्राम अमिलिहा में लवकेश यादव की चाकुओं से गोदकर हत्या।
  • 6 जनवरी: कोतवाली थाना के ग्राम अमड़ी निवासी नारायण बैगा की हत्या।
  • 6 जनवरी: मानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम अमिलिया में बहादुर अगरिया की हत्या।
  • 15 जनवरी: ग्राम लोरहा निवासी अमित चौधरी की हत्या।

पुलिस पर बढ़ा दबाव:
लगातार हो रही हत्याओं ने जिले में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन ने हर घटना की जांच तेज कर दी है, लेकिन इन हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

प्रशासन की चुनौती:
पुलिस अधीक्षक ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि सभी मामलों में जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिले में गश्त और सतर्कता बढ़ाने के आदेश दिए हैं।

न्याय की आस:
अमित के परिजन अब न्याय की उम्मीद में हैं। उनका कहना है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि दोस्ती के रिश्ते में भरोसा और समझदारी कितनी महत्वपूर्ण है।

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