मैट्रिमोनियल साइट्स का दुरुपयोग, सावधान रहें ऑनलाइन ठगी से
तकनीक के इस युग में जहां मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स और ऐप्स ने जीवनसाथी की तलाश को आसान बना दिया है, वहीं कुछ असामाजिक तत्वों ने इसे ठगी का जरिया बना लिया है। ताजा मामला मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से सामने आया है, जहां एक युवक को ऑनलाइन लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह ने ठगी का शिकार बना लिया।
रतलाम में हुआ हाईटेक ठगी का मामला
रतलाम जिले के दीनदयाल नगर में रहने वाले सैयद अरशद अली ने एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए अपने लिए जीवनसाथी की तलाश शुरू की। इसी दौरान उनकी मुलाकात एक महिला से हुई, जिसने खुद को ग्वालियर निवासी बताया। बातचीत बढ़ी और शादी की बातें तय हो गईं।
कुछ समय बाद महिला ने अलग-अलग बहानों से अरशद से पैसे मांगना शुरू कर दिया। पहले बड़े पिताजी की बीमारी का हवाला देकर 12 हजार रुपये मांगे गए। इसके बाद बड़े पिताजी के निधन और मां की गंभीर बीमारी का बहाना बनाकर महिला ने 1.60 लाख रुपये ऐंठ लिए।
शक होने पर सामने आया सच्चाई का चेहरा
महिला की बार-बार पैसों की मांग से अरशद को शक हुआ। उन्होंने दीनदयाल नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की। बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जांच में पता चला कि यह मामला एक संगठित ठगी का है।
दुर्ग से मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
जांच के दौरान पता चला कि महिला का असली नाम शाहीन बेगम है, जो छत्तीसगढ़ के दुर्ग की निवासी है। पुलिस ने शाहीन को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसके दो साथी, अमितेश चौधरी और सूरज कुशवाह, इस ठगी में शामिल हैं, जो फिलहाल फरार हैं।
थाना प्रभारी रविंद्र दंडोतिया के अनुसार, शाहीन बेगम और उसके साथी अविवाहित युवकों को निशाना बनाते थे। पहले मैट्रिमोनियल साइट्स पर उनके विश्वास को जीतते और फिर बीमारी, निधन या अन्य आपात स्थितियों का बहाना बनाकर पैसे ऐंठते थे।
कैसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़
साइबर सेल की टीम ने शाहीन बेगम के बैंक खाते और कॉल डिटेल्स की गहन जांच की। जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह कई अन्य मामलों में भी सक्रिय रहा है। शाहीन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब अमितेश चौधरी और सूरज कुशवाह की तलाश में जुटी है।
पुलिस की चेतावनी: रहें सतर्क
पुलिस ने आम जनता को सावधान किया है कि वे मैट्रिमोनियल साइट्स का उपयोग करते समय पूरी सतर्कता बरतें। किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी साझा करने और वित्तीय लेनदेन करने से पहले व्यक्ति की सच्चाई जांच लें।