रतलाम। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने नगर निगम के लेखाधिकारी विकास सोलंकी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार तड़के 4 बजे EOW की टीम ने रतलाम स्थित उनके ग्लोबस सिटी कॉलोनी के घर और धार जिले के ग्राम रिंगनोद में उनके पिता के आवास पर एक साथ छापे मारे। अब तक की जांच में 4 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है, जो उनकी घोषित आय से करीब 240% अधिक है।
अब तक क्या-क्या मिला?
- भूमि और भूखंड: सात भूखंडों के दस्तावेज, जिनमें रतलाम और धार की संपत्तियां शामिल हैं।
- निर्माणाधीन पेट्रोल पंप: धार जिले के ग्राम रिंगनोद में सर्वे क्रमांक 3177/2/2 पर।
- दो मकान: एक ग्राम रिंगनोद और दूसरा रतलाम की ग्लोबस टाउनशिप में।
- वाहन: दो 52 सीटर डीलक्स बसें, एक चार पहिया वाहन और छह दोपहिया वाहन।
- नगदी और दस्तावेज: 45,000 रुपये नगद और जमीन की रजिस्ट्री के दस्तावेज।
EOW का बयान
EOW इंदौर के डीएसपी पवन सिंघल के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम ने रतलाम में कार्रवाई की, जबकि रिंगनोद में डीएसपी मधुर वीणा गौड़ के नेतृत्व में जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में दस्तावेजों, बैंक खातों और आभूषणों की भी जांच हो रही है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक, संपत्ति का कुल मूल्य 4 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।
कैसे फंसे विकास सोलंकी?
विकास सोलंकी के पिता नंदकिशोर सोलंकी, जो ग्राम रिंगनोद में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक हैं, के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पहले ही दर्ज थी। जांच में शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद EOW ने धारा 7(सी), 13(1)(बी), 13(2) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला पंजीबद्ध किया।
भ्रष्टाचार से जुड़ा पुराना विवाद
मार्च 2024 में नगर निगम के साधारण सम्मेलन में परिषद ने विकास सोलंकी को उपायुक्त के पद से मुक्त कर दिया था। इसके बाद लोकायुक्त उज्जैन ने सिविक सेंटर के 22 प्लॉट्स की कम दर पर रजिस्ट्री के मामले में विकास सोलंकी समेत 36 लोगों पर केस दर्ज किया था।
परिवार का क्या है कहना?
विकास सोलंकी की पत्नी जिला पंचायत में लेखाधिकारी हैं, जबकि उनके भाई की बस इंदौर-जोबट मार्ग पर चलती है। विकास सोलंकी ने EOW पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके घर से 45,000 रुपये और अन्य निजी दस्तावेज जब्त किए गए हैं।