मुंबई के मानखुर्द इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने न केवल शहरवासियों को झकझोर दिया है बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार को एक 17 वर्षीय नाबालिग ने चाकू की नोंक पर एक महिला के साथ दुष्कर्म किया। घटना के वक्त महिला अपने दो बच्चों के साथ घर पर अकेली थी।
घटना का खुलासा मुंबई पुलिस ने मंगलवार को इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस ने बताया कि नाबालिग ने अपराध को अंजाम देने के लिए चाकू का इस्तेमाल किया, जिससे पीड़िता और उसके बच्चों को डराकर उसने अपनी मंशा पूरी की।
जांच की दिशा और पुलिस का बयान मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और हम इसे प्राथमिकता के आधार पर देख रहे हैं। आरोपी को किशोर न्याय अधिनियम के तहत कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल, घटना के पीछे की साजिश और अन्य संभावित पहलुओं की जांच जारी है।”
ऐसी घटनाओं की बढ़ती प्रवृत्ति यह घटना कोई पहली नहीं है। हाल के महीनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जो समाज में बढ़ते अपराध और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही हैं। पुणे में भी हाल ही में ऐसी ही एक घटना ने लोगों को झकझोर दिया था, जब 54 वर्षीय आरोपी ने दो नाबालिग बहनों का यौन उत्पीड़न करने के बाद उनकी हत्या कर दी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
सुरक्षा की जरूरत और समाज की भूमिका मानखुर्द की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाना अत्यावश्यक है। समाज को भी अपनी भूमिका निभानी होगी, ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके। पुलिस और प्रशासन के अलावा आम नागरिकों को भी जागरूकता बढ़ाने और अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता है।