बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के चिचोली क्षेत्र में अंधविश्वास और जादू-टोने के संदेह ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली। बहन और भैंस की मौत तथा पत्नी की बीमारी से व्यथित आरोपी ने गांव के एक व्यक्ति को अपनी समस्याओं का जिम्मेदार मानते हुए धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को इस हत्याकांड का खुलासा किया।
खेत में मिला शव, हत्या की हुई थी योजना
22 दिसंबर 2024 की सुबह चिचोली थाना क्षेत्र के लालमन वरकड़े के खेत में खून से सना हुआ शव मिला। मृतक की पहचान 52 वर्षीय बलराम वरकड़े के रूप में हुई। उसके गले पर धारदार हथियार के गंभीर निशान पाए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया ने एक विशेष जांच दल का गठन किया। घटनास्थल का गहन निरीक्षण और फॉरेंसिक जांच के बाद, हत्या के पीछे की साजिश सामने आई।
जांच में मिली अहम कड़ियां
अनुविभागीय अधिकारी (शाहपुर) मयंक तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हरिओम पटेल और एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए। जांच के दौरान मृतक के परिवार और ग्रामीणों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि आरोपी राधेश्याम वरकड़े (35), निवासी पटेल ढाना, ग्राम आलमपुर, मृतक बलराम पर जादू-टोना करने का आरोप लगाता था।
आरोपी का कबूलनामा
पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसे बलराम के जादू-टोने के कारण अपनी बहन की मौत, पत्नी की बीमारी और भैंस की अकाल मृत्यु का शक था। घटना से कुछ दिन पहले आरोपी और मृतक के बीच विवाद हुआ था, जिसमें बलराम ने कथित तौर पर आरोपी को धमकी दी थी। इस रंजिश के चलते, 20 दिसंबर की रात आरोपी ने खेत में अकेला पाकर बलराम की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी।
अंधविश्वास के दुष्परिणाम और पुलिस की कार्रवाई
आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अंधविश्वास से जूझते ग्रामीण समाज की तस्वीर
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में जादू-टोने जैसे अंधविश्वासों की गंभीरता को उजागर किया है। अज्ञानता और सामाजिक कुरीतियों के कारण किसी निर्दोष की हत्या होना समाज के लिए एक चेतावनी है। पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया ने कहा कि ऐसे मामलों में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है।