बिहार के कटिहार जिले में गंगा नदी में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। अमदाबाद थाना क्षेत्र के गदाई दियारा इलाके में यात्रियों से भरी एक नाव के पलटने से अब तक 10 लोग लापता हैं। इस घटना में तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि सात लोग तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। नाव पर कुल 18 लोग सवार थे, जो रिश्तेदारी में एक मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने झारखंड के साहेबगंज जिले के बासकोल गांव जा रहे थे।
क्षमता से अधिक यात्रियों के कारण हुआ हादसा
सूत्रों के अनुसार, नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। गंगा नदी के तेज बहाव में नाव असंतुलित होकर बीच नदी में पलट गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। गोताखोरों की टीम लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। अब तक तीन शव बरामद किए गए हैं, जबकि बाकी लापता लोगों की तलाश जारी है।
रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में जा रहे थे यात्री
पुलिस ने बताया कि प्राणपुर, बुधनगर और किशनपुर गांव के कुछ लोग झारखंड के साहेबगंज के बासकोल गांव जा रहे थे। वहां उनके एक रिश्तेदार की मृत्यु हो गई थी, और वे अंतिम संस्कार में शरीक होने के लिए निकले थे।
प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। गोताखोरों की कई टीमें घटना स्थल पर तैनात हैं। स्थानीय अधिकारी भी राहत और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। लापता लोगों के परिजनों को जानकारी दी जा रही है और प्रशासन हर संभव मदद का भरोसा दिला रहा है।
हादसों से सबक लेने की जरूरत
नाव पलटने की यह घटना फिर से इस बात की याद दिलाती है कि जलमार्गों पर क्षमता से अधिक सवारियां ले जाना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर काम करना होगा। सुरक्षा के मानकों का पालन और नियमित जांच सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
कटिहार जिले की यह त्रासदी पूरे राज्य को झकझोरने वाली है। उम्मीद है कि लापता लोगों को जल्द से जल्द खोज लिया जाएगा और प्रशासन इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगा।