इंदौर-प्रयागराज फ्लाइट सेवा: कुंभ मेले की तैयारी प्रयागराज में जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए, इंदौर से प्रयागराज के लिए सीधी फ्लाइट सेवा 11 जनवरी से शुरू की जा रही है। इस रूट पर एलायंस एयर की फ्लाइट संख्या 9I342 हर शनिवार को इंदौर से रात 8:05 बजे उड़ान भरेगी और रात 10:05 बजे प्रयागराज पहुंचेगी। वहीं, वापसी की फ्लाइट 9I340 हर सोमवार को प्रयागराज से शाम 7:40 बजे रवाना होकर रात 9:40 बजे इंदौर लौटेगी।
फ्लाइट सेवा को तीन श्रेणियों में बुक किया जा सकता है—सुपर सेवर, वैल्यू, और फ्लेक्सिबल। किराए की सीमा ₹4724 से ₹20999 तक रखी गई है। इस सुविधा से कुंभ के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने-जाने में आसानी होगी। एलायंस एयर ATR-72 विमान का उपयोग करेगी, जिसकी क्षमता 48 से 78 सीटों तक है।
विशेष कुंभ स्पेशल ट्रेन: डॉ. अंबेडकर नगर से बलिया पश्चिम रेलवे ने भी कुंभ मेले के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की है। रतलाम मंडल से बलिया तक कुंभ स्पेशल ट्रेन 22 जनवरी से परिचालन शुरू करेगी। यह ट्रेन चार-चार फेरे लगाएगी और इंदौर, उज्जैन, शुजालपुर, और संत हिरदाराम नगर समेत कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी।
गाड़ी संख्या 09371 डॉ. अंबेडकर नगर से दोपहर 1:45 बजे चलकर अगले दिन शाम 7:15 बजे बलिया पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 09372 बलिया से रात 11:45 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 5:30 बजे डॉ. अंबेडकर नगर पहुंचेगी।
यात्रियों की सुविधाओं पर सवाल: जबलपुर से कुम्भ के लिए सेवाएं कब? हालांकि इंदौर और रतलाम मंडल को लेकर कुंभ की तैयारियां सराहनीय हैं, सवाल उठता है कि जबलपुर जैसे महत्वपूर्ण शहर से प्रयागराज के लिए सीधी फ्लाइट या विशेष ट्रेन सेवाओं की शुरुआत कब होगी? जबलपुर से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी कम नहीं है।
क्या रेलवे और एयरलाइंस कंपनियां इस रूट पर यात्रियों की बढ़ती मांग का आकलन कर रही हैं? महाकुंभ मेले के दौरान जबलपुर जैसे मध्य प्रदेश के अन्य शहरों से भी सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
विश्लेषण और सुझाव
- फ्लाइट सेवाओं का विस्तार: एलायंस एयर या अन्य कंपनियों को जबलपुर से प्रयागराज के लिए भी सीधी उड़ानों पर विचार करना चाहिए।
- स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए: महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त कुंभ स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
- स्थानीय प्रशासन का योगदान: जबलपुर जैसे शहरों में बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को सक्रियता दिखानी होगी।
इंदौर से प्रयागराज की फ्लाइट और कुंभ स्पेशल ट्रेन यात्रियों के लिए बड़ी सुविधा साबित होगी। लेकिन, जबलपुर जैसे शहरों के यात्रियों की आवश्यकताओं को भी प्राथमिकता देना चाहिए ताकि सभी श्रद्धालु महाकुंभ का हिस्सा बन सकें। प्रशासन और एयरलाइंस से अपेक्षा है कि वे इन मांगों को शीघ्रता से संबोधित करेंगे।
कुंभ मेले की तैयारी या दिखावा? जबलपुर से श्रद्धालुओं को क्यों किया जा रहा है नजरअंदाज!
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले के लिए इंदौर से सीधी फ्लाइट और स्पेशल ट्रेन सेवाएं शुरू करने की घोषणा ने उत्साह तो बढ़ाया है, लेकिन क्या यह पर्याप्त है? जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों को क्यों छोड़ा गया? क्या महाकुंभ केवल इंदौर और पश्चिम मध्य प्रदेश के यात्रियों के लिए आयोजित हो रहा है?
जबलपुर के साथ यह भेदभाव क्यों?
जबलपुर, जो मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक है, यहां से लाखों श्रद्धालु हर साल कुंभ मेले में शामिल होते हैं। लेकिन एयरलाइंस और रेलवे दोनों ने इस शहर के यात्रियों को अंधेरे में क्यों रखा है?
- फ्लाइट सेवाएं केवल इंदौर से क्यों? क्या जबलपुर का हवाई अड्डा केवल नाम का है? यहां से सीधी उड़ान सेवा क्यों नहीं शुरू की गई?
- स्पेशल ट्रेनें रतलाम और डॉ. अंबेडकर नगर से ही क्यों? जबलपुर से सीधी ट्रेन सेवाएं कब शुरू होंगी?
योजना की असफलता या प्रशासन की अनदेखी?
यह सवाल उठता है कि क्या सरकार और प्रशासन महाकुंभ जैसे वैश्विक आयोजन को केवल चंद शहरों तक सीमित रखना चाहती है?
- जबलपुर के यात्रियों को इंदौर या रतलाम तक यात्रा करने के लिए मजबूर करना क्या न्यायोचित है?
- क्या जबलपुर के श्रद्धालु दूसरे दर्जे के नागरिक हैं? उनके लिए सुविधाओं की योजना क्यों नहीं बनाई गई?
मांगें और जवाबदेही
- फ्लाइट सेवा का विस्तार: जब इंदौर से प्रयागराज के लिए फ्लाइट चलाई जा सकती है, तो जबलपुर से क्यों नहीं? एयरलाइंस कंपनियां जवाब दें!
- स्पेशल ट्रेन का संचालन: पश्चिम रेलवे और भारतीय रेलवे बताएं कि जबलपुर से कुंभ स्पेशल ट्रेन कब शुरू होगी?
मीडिया और जनता के लिए सवाल
- क्या प्रशासन ने जबलपुर के यात्रियों की मांग को नजरअंदाज किया है?
- क्या यह महाकुंभ मेले की आधी-अधूरी योजना नहीं है?
- जबलपुर जैसे महत्वपूर्ण शहरों के नागरिकों को भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया गया है?
जवाब चाहिए, वादे नहीं!
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में, जबलपुर जैसे शहरों को कनेक्टिविटी से वंचित रखना न केवल प्रशासन की विफलता है, बल्कि जनता के साथ विश्वासघात है। यह सिर्फ सवाल नहीं, बल्कि चुनौती है—सरकार और एयरलाइंस कंपनियां जवाब दें कि जबलपुर से प्रयागराज के लिए ये सेवाएं कब शुरू होंगी? जनता को वादे नहीं, ठोस कार्यवाही चाहिए!