दिल्ली विधानसभा चुनाव: भाजपा जल्द करेगी उम्मीदवारों की घोषणा, रणनीति पर तेज हुआ मंथन

नई दिल्ली। दिल्ली में बीते दस वर्षों से आम आदमी पार्टी (आप) की सत्ता को चुनौती देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब अपनी चुनावी रणनीति को तेज़ी से आकार देना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा बहुत जल्द विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है, ताकि प्रत्याशियों को तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।


70 सीटों पर हुआ मंथन, अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा

दिल्ली भाजपा ने सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों पर गहन चर्चा की है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने जानकारी दी कि इन नामों पर केंद्रीय नेतृत्व के साथ अनौपचारिक बैठक होगी, जिसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति में इन पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी।
चुनाव फरवरी के पहले सप्ताह में होने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच, पार्टी ने कुछ बाहरी एजेंसियों से फीडबैक लेकर संभावित उम्मीदवारों की छवि और साख का आकलन किया है। भाजपा का ध्यान इस बात पर है कि उम्मीदवार सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों में फिट बैठें और जनता का विश्वास जीतने में सक्षम हों।

‘मानस परिवर्तन’ पर भाजपा का जोर

भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, "जनता से जुड़ाव केवल व्यक्तिगत संपर्क तक सीमित नहीं है। सबसे अहम यह है कि जनता को यह विश्वास हो कि भाजपा की सरकार आने पर उनकी समस्याओं का समाधान होगा।" पार्टी की रणनीति का मुख्य हिस्सा जनता की मानसिकता को तथ्यों और सकारात्मक बदलाव के उदाहरणों के ज़रिए प्रभावित करना है।

बड़े चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी

पार्टी सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश की तर्ज पर भाजपा दिल्ली में भी अपने कई प्रमुख चेहरों को चुनावी मैदान में उतार सकती है। इसमें लोकसभा टिकट से वंचित पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, और पूर्व एवं मौजूदा पार्षद शामिल हो सकते हैं। हालांकि, छवि और जनाधार का विशेष ध्यान रखते हुए ही निर्णय लिया जाएगा।

प्रधानमंत्री की रैली से होगी प्रचार अभियान की शुरुआत

भाजपा अपने प्रचार अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल रैली से करेगी। हरियाणा और महाराष्ट्र में शानदार जीत के बाद, झारखंड में आए झटके से पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति को और धार दी है। भाजपा का मानना है कि जहां वह जनता से सीधा संवाद स्थापित करने में सफल रही, वहां उसे जीत मिली। वहीं, जहां यह कड़ी कमजोर पड़ी, वहां हार का सामना करना पड़ा।

आप को सत्ता से बेदखल करने की कवायद

दिल्ली में भाजपा की सत्ता वापसी की कोशिश पिछले तीन विधानसभा चुनावों से असफल रही है। हालांकि, इस बार पार्टी आत्मविश्वास से लबरेज दिख रही है। भाजपा के नेताओं का मानना है कि सही उम्मीदवार और मजबूत प्रचार अभियान आप सरकार की लोकप्रियता में सेंध लगाने में कामयाब होंगे।

भाजपा की ओर से जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी होने की उम्मीद है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के चुनावी रण में भाजपा अपनी रणनीति को किस तरह अमलीजामा पहनाती है।

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