जेल में पॉक्सो एक्ट के आरोपी ने की आत्महत्या



बैतूल (मध्यप्रदेश):
जिला जेल बैतूल में एक विचाराधीन कैदी ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान संदीप सेमरे (30) के रूप में हुई है, जो पॉक्सो एक्ट और बलात्कार के मामले में आरोपी था। संदीप 18 दिसंबर 2024 से न्यायिक अभिरक्षा में जेल में बंद था।

कैसे हुआ हादसा

शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात जेल के नाइट वाचमैन ने बैरक नंबर 2 में कैदियों की गिनती की। जांच के दौरान एक कैदी गायब पाया गया। इसके बाद बैरक के बाथरूम की तलाशी ली गई, जहां संदीप का शव फंदे पर लटका मिला। उसने धोती के कपड़े का इस्तेमाल कर फंदा बनाया था।

बाथरूम की दीवारें करीब 14 से 15 फीट ऊंची हैं। प्रारंभिक फॉरेंसिक जांच के मुताबिक, संदीप ने दीवारों का सहारा लेकर ऊंचाई तक पहुंचने के बाद फांसी लगाई। घटना के बाद जेल प्रशासन ने तुरंत पुलिस और न्यायिक अधिकारियों को सूचित किया।

डिप्रेशन में था संदीप

सूत्रों के अनुसार, संदीप लंबे समय से मानसिक तनाव में था। उसका परिवार महाराष्ट्र के चांदूरबाजार में रहता है और उसने संदीप से हर तरह का संबंध तोड़ लिया था। परिवार के समर्थन की कमी और जेल में बंद रहने से वह गहरे डिप्रेशन में था।

क्या था मामला

संदीप बैतूल जिले के खटगढ़ गांव का निवासी था। 2023 में उस पर एक नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगा था। मामला दर्ज होने के करीब डेढ़ साल बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।

जांच जारी

घटना के बाद से जेल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम के बाद ही आत्महत्या के कारणों पर पूरी तरह से प्रकाश डाला जा सकेगा।

सवालों के घेरे में जेल प्रशासन

जेल में कैदी की आत्महत्या ने सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बैरक के अंदर इतनी ऊंचाई पर दीवारों का इस्तेमाल कर फांसी लगाना जेल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं की कमी पर भी सवाल उठ रहे हैं।


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