जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चा बदलने के गंभीर आरोपों ने हड़कंप मचा दिया है। इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने तत्काल एक जांच कमेटी गठित कर दी है।
परिवार ने लगाया बच्चा बदलने का आरोप
जबलपुर निवासी संदीप चौधरी और उनकी पत्नी रेणुका चौधरी ने अस्पताल प्रशासन को लिखित शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 18 जनवरी की सुबह 6:45 पर रेणुका ने बेटे को जन्म दिया था, लेकिन डिस्चार्ज के समय उन्हें बेटी थमा दी गई। परिवार ने अपनी शिकायत में यह भी दावा किया है कि जन्म के तुरंत बाद उन्हें बेटे को दिखाया गया था। नवजात शिशुओं पर लगाए गए टैग में भी बेटे का उल्लेख था।
शिकायत के साथ सबूत पेश
शिकायतकर्ता परिवार ने अस्पताल प्रशासन को नवजात के टैग की तस्वीरें भी सौंपी हैं। इन तस्वीरों में बेटे का स्पष्ट रूप से उल्लेख होने का दावा किया गया है। परिवार का कहना है कि यह गलती या लापरवाही नहीं, बल्कि एक सुनियोजित घटना हो सकती है।
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की गंभीरता को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने कहा, “परिवार की शिकायत को पुलिस को सौंप दिया गया है और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे।”
जांच कमेटी का गठन
अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी जल्द से जल्द तथ्यों की पुष्टि कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस बीच, पुलिस भी मामले की स्वतंत्र जांच कर रही है।