28 कबूतरों की निर्मम हत्या: बदले की आग ने बनाया निर्दोष पक्षियों को निशाना



मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पड़ोसी महिला से व्यक्तिगत रंजिश के चलते एक युवक ने 28 निर्दोष कबूतरों की गर्दन मरोड़कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।

कैसे सामने आया मामला?

ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिंधिया नगर की निवासी काजल रॉय ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। काजल, जो एक पशु प्रेमी हैं, ने अपने घर की छत पर 50 से अधिक कबूतर पाल रखे थे। घटना उस समय हुई जब रात के अंधेरे में छत से कबूतरों की चीखने की आवाज आई।

काजल ने बताया कि आवाज सुनकर जब वह छत पर पहुंची, तो उसने देखा कि उसका पड़ोसी मोहिन खान और एक अन्य व्यक्ति उनकी छत से भाग रहे थे। जब काजल ने अपने कबूतरों के पिंजरे में झांका, तो वहां 28 कबूतर मृत पड़े हुए थे।

पुलिस और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। वन विभाग को मामले की सूचना दी गई, जिसके बाद पशु चिकित्सकों ने मृत कबूतरों का परीक्षण किया। रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि सभी कबूतरों की गर्दन मरोड़कर उनकी हत्या की गई थी।

पुलिस ने काजल की शिकायत पर मुख्य आरोपी मोहिन खान के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।

रंजिश बना कारण

जांच के दौरान पता चला कि काजल और मोहिन के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर आए दिन विवाद होता रहता था। मोहिन ने इस विवाद का बदला लेने के लिए निर्दोष पक्षियों को अपनी क्रूरता का शिकार बनाया।

कबूतरों का अंतिम संस्कार

पुलिस और वन विभाग की देखरेख में मृत कबूतरों का अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना ने न केवल काजल को बल्कि पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।

समाज में सवाल खड़े करती घटना

यह घटना सिर्फ एक कानूनी मामला नहीं है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और क्रूरता का प्रतीक है। पशु क्रूरता अधिनियम के तहत आरोपी को सजा मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि निजी रंजिशों का गुस्सा निर्दोष जीवों पर निकालना कितनी भयावह स्थिति पैदा कर सकता है।


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