सड़क हादसे के बाद तनाव, पुलिसकर्मी घायल, 11 पर मामला दर्ज

 



मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के बाजना में सड़क दुर्घटना के बाद तनावपूर्ण माहौल ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान समझौते के प्रयास विफल होने पर स्थिति बिगड़ गई, जिसमें महिला एसडीओपी, महिला टीआई समेत कुल 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। क्षेत्र में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

घटना का आरंभ: सड़क दुर्घटना और चक्काजाम

यह पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब बाजना क्षेत्र के दो युवकों की एक तेज रफ्तार यात्री बस से टक्कर के कारण मौत हो गई। दुर्घटना के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। बाजना बस स्टैंड के चौराहे पर हुए इस प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बस संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने डंडों के साथ बाजार और मुख्य इलाकों की दुकानें भी बंद करवा दीं।

मुख्यमंत्री की संवेदनाएं और आर्थिक सहायता

घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। हालांकि, यह आर्थिक सहायता प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को कम करने में असफल रही।

समझौते में अड़चन: 50 लाख की मांग

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतकों के परिजन और आदिवासी समाज के नेता आपसी समझौते के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने इसके लिए 50 लाख रुपये की मांग रखी। मांग को अनुचित और अत्यधिक मानते हुए मामला सुलझ नहीं पाया, जिससे तनाव और बढ़ गया।

हिंसक झड़प और पुलिस कार्रवाई

रविवार को चल रही बातचीत के दौरान स्थिति अचानक हिंसक हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस झड़प में महिला एसडीओपी और महिला टीआई सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

हालात अब भी तनावपूर्ण

तनावपूर्ण हालातों को काबू में करने के लिए क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने आदिवासी नेता समेत 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, क्षेत्र में अब भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है और पुलिस व प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहे हैं।


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