मध्य प्रदेश के इंदौर में क्रिसमस के दिन एक गंभीर हिंसा की घटना सामने आई है। बुधवार (25 दिसंबर) सुबह फूटी कोठी इलाके में नगर निगम की टीम पर हमला हुआ। यह टीम अतिक्रमण हटाने और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के बाद लौट रही थी। तभी बड़ी संख्या में लाठी-डंडों से लैस लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने 20 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की और तीन कर्मचारियों को घायल कर दिया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है।
घटना कैसे हुई?
नगर निगम के हवा बंगला जोन की टीम बिजलपुर इलाके में अतिक्रमण हटाने गई थी। कार्रवाई पूरी कर मवेशियों को वाहन में लादकर जब वे लौट रहे थे, तभी अचानक बड़ी संख्या में लोग आ धमके। लाठी-डंडों से लैस इन हमलावरों ने पहले वाहनों को निशाना बनाया और फिर टीम के कर्मचारियों पर हमला कर दिया।
नगर निगम के अतिक्रमण दस्ता प्रभारी बबलू कल्याणे समेत कई कर्मचारी इस दौरान हमलावरों के शिकार बने। कुछ कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई और उन्हें जमीन पर गिराकर पीटा गया। घटनास्थल के वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि लोग "गाय हमारी माता है" के नारे लगा रहे थे।
हमलावरों का दावा और बजरंग दल का नाम
स्थानीय लोगों ने बताया कि हमलावरों में से कुछ ने खुद को बजरंग दल के सदस्य बताया। उन्होंने मवेशियों को वाहनों में ठूंसकर ले जाने का विरोध किया। वहीं, पुलिस का कहना है कि हमलावर पशुपालक हो सकते हैं, जो अपने मवेशियों को ले जाने का दावा कर रहे थे।
घटना के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता नगर निगम कार्यालय और द्वारकापुरी थाने में एकत्रित हो गए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
नगर निगम की प्रतिक्रिया
इंदौर नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने बताया कि इस हमले में तीन कर्मचारी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आयुक्त शिवम वर्मा ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि टीम की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा, "असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। विपरीत परिस्थितियों में भी हमारी टीम ने अपने कर्तव्यों का पालन किया है।"
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। हमलावरों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
इलाके में तनाव, लेकिन स्थिति नियंत्रण में
इस घटना ने इंदौर में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्रिसमस के शांतिपूर्ण माहौल में हुई इस हिंसा ने लोगों को झकझोर दिया है। नगर निगम आयुक्त ने भरोसा दिलाया है कि घटना के दोषियों को जल्द ही कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
इंदौर की यह घटना प्रशासन और स्थानीय संगठनों के बीच तालमेल की कमी और बढ़ते तनावपूर्ण माहौल को उजागर करती है। अब देखना होगा कि पुलिस और नगर निगम मिलकर इस मामले को कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से सुलझाते हैं।