पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों का थाना घेराव, TI सस्पेंड

 


सच की दुनिया |मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवास में पुलिस हिरासत में युवक की संदिग्ध मौत ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। मृतक की पहचान मालेगांव निवासी मुकेश के रूप में हुई है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस थाने में उसे बर्बरतापूर्वक प्रताड़ित किया गया, जिसके कारण उसकी जान चली गई। इस घटना के बाद नाराज़ परिजनों और स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। मामला बढ़ता देख सतवास थाने के टीआई को निलंबित कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

शनिवार को मुकेश को एक प्रकरण के सिलसिले में सतवास थाना बुलाया गया था। परिजनों के अनुसार, थाने में पुलिस कर्मियों ने मुकेश को इस हद तक प्रताड़ित किया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान परिजनों ने पुलिस पर प्रकरण कम करने के नाम पर रिश्वत मांगने और प्रताड़ना का आरोप लगाया।

घटना के बाद का हाल

शनिवार रात मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने थाने के सामने भारी विरोध प्रदर्शन किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए देवास एसपी पुनीत गहलोद को मौके पर पहुंचना पड़ा। उन्होंने परिजनों को निष्पक्ष न्यायिक जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बावजूद, परिजन रातभर अस्पताल और थाने के पास डटे रहे। रविवार सुबह तक उनका प्रदर्शन जारी रहा।

एसपी का बयान

देवास एसपी पुनीत गहलोद ने बताया, “प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि युवक ने थाने में गमछे का फंदा बनाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की गहराई से जांच के लिए एफएसएल टीम और डॉक्टरों का पैनल गठित किया गया है। न्यायिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं।”

परिजनों का पक्ष

मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने न सिर्फ मुकेश को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि प्रकरण कम करने के लिए पैसे की भी मांग की। मृतक के भांजे ने बताया कि जब वह थाने पहुंचा, तब तक मुकेश की मौत हो चुकी थी। उन्होंने पुलिस की इस क्रूरता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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