मध्य प्रदेश में ईडी, आईटी और लोकायुक्त द्वारा छापेमारी की कार्रवाईयों का सिलसिला तेज हो चुका है। इस कड़ी में, सोमवार, 23 दिसंबर को इंदौर लोकायुक्त ने आदिम जाति सहकारी संस्था में पदस्थ सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। लोकायुक्त ने मंडलोई के इंदौर, धार और मानपुर स्थित कुल पांच ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें आय से 85% अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
आदिम जाति सहकारी संस्था, पीथमपुर में पदस्थ सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत लोकायुक्त को प्राप्त हुई थी। इस शिकायत की पुष्टि के बाद, लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद के आदेश पर एसपी लोकायुक्त इंदौर राजेश सहाय के नेतृत्व में छापेमारी अभियान शुरू किया गया।
छापेमारी के दौरान, कई संपत्तियों के दस्तावेज, जमीन की रजिस्ट्री और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। जांच में यह पुष्टि हुई कि मंडलोई और उनके परिवार द्वारा अर्जित संपत्ति उनकी ज्ञात आय के स्रोतों से कहीं अधिक है।
85% अधिक संपत्ति का खुलासा
लोकायुक्त टीम की जांच के अनुसार, कनीराम मंडलोई, उनके भाई हेम सिंह, करण सिंह और दिनेश की कुल संपत्ति लगभग 5.60 करोड़ रुपए आंकी गई है। जबकि इनके ज्ञात आय स्रोतों से केवल 3.02 करोड़ रुपए की संपत्ति होनी चाहिए थी। यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि परिवार ने आय से 85% अधिक संपत्ति अर्जित की। मामले में आरोपियों और उनके परिवार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
छापेमारी टीम का विवरण
जमनिया (धार): डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया और इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की टीम ने यहां छापेमारी की।
इंदौर: हेम सिंह के मकान पर डीएसपी आरडी मिश्रा और इंस्पेक्टर राजेश ओहरिया की टीम ने जांच की।
छोट जामनिया (धार): फार्म हाउस पर डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल और इंस्पेक्टर प्रतिभा तोमर की टीम ने तलाशी ली।
श्रीकृष्ण कॉलोनी (धार) एवं मानपुर: करण सिंह के घर पर इंस्पेक्टर राहुल गजभिए की टीम ने कार्रवाई की।