उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने व्यवस्था की सख्ती और पारदर्शिता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रावस्ती जिले की पुलिस ने एक महिला उम्मीदवार को फर्जी एडमिट कार्ड के जरिए भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया है। यह घटना शनिवार को श्रावस्ती स्थित भीमगा रिजर्व पुलिस लाइन में हुई, जहां फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (PST) के दौरान महिला की असलियत सामने आई।
धोखाधड़ी का मामला ऐसे खुला
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि लिखित परीक्षा में असफल हुई आरोपी महिला, ऋचा सिंह, ने एडमिट कार्ड में हेरफेर कर फिजिकल टेस्ट में शामिल होने का प्रयास किया। अधिकारियों को तब शक हुआ जब महिला ने अपने एडमिट कार्ड के साथ पंजीकरण कराने की कोशिश की। जांच में पता चला कि एडमिट कार्ड पर लिखा रोल नंबर वास्तव में कानपुर के एक पुरुष उम्मीदवार का था।
फर्जीवाड़ा कैसे हुआ?
जांच से खुलासा हुआ कि ऋचा सिंह ने मोबाइल एडिटिंग एप्लिकेशन 'स्वीट स्नैप' का इस्तेमाल कर एडमिट कार्ड में बदलाव किया था। उसने एक वैध रोल नंबर को अपने नाम से जोड़कर डॉक्यूमेंट्स तैयार किए। यह चूक तब पकड़ में आई जब फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों की सूची से मिलान किया गया।
लिखित परीक्षा में असफलता ने बढ़ाई हताशा
पुलिस के अनुसार, ऋचा सिंह अगस्त में आयोजित लिखित परीक्षा में असफल रही थीं। इसके बाद उसने इस असफलता को परिवार और दोस्तों से छिपाने के लिए यह कदम उठाया। आरोपी ने बताया कि वह चाहती थी कि लोग यह समझें कि वह भर्ती प्रक्रिया के अगले चरण में शामिल हो रही है।
जांचकर्ताओं के लिए सबक
एएसपी यादव ने कहा, "यह घटना भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सख्ती और सतर्कता
यह घटना पुलिस भर्ती प्रक्रिया के सख्त मानकों और सतर्कता का उदाहरण है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले ने भर्ती प्रक्रिया में तकनीकी और फिजिकल सत्यापन की अहमियत को फिर से रेखांकित किया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने ऋचा सिंह के पास से फर्जी दस्तावेज और एक टैबलेट बरामद किया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है कि क्या इसमें और लोग शामिल हैं या यह सिर्फ व्यक्तिगत प्रयास था।