मध्य प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। प्रशासन और ट्रैफिक विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश और जागरूकता अभियानों के बावजूद तेज रफ्तार वाहनों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में जबलपुर जिले के बरेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसने इलाके में सनसनी फैला दी।
कैसे हुआ हादसा?
घटना बरेला थाना इलाके के शारदा मंदिर के सामने की है। सीमेंट से लदा एक ट्राला रायपुर की ओर जा रहा था, जबकि डामर से भरा एक ट्रक जबलपुर की ओर आ रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों वाहनों की रफ्तार बेहद तेज थी। जैसे ही वे शारदा मंदिर के पास पहुंचे, उनकी आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भयावह थी कि दोनों वाहनों में तुरंत आग लग गई।
ड्राइवरों की जान कैसे बची?
आग लगते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने अपनी सूझबूझ और बहादुरी का परिचय देते हुए दोनों ड्राइवरों को समय रहते बाहर निकाल लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर थोड़ी भी देर हो जाती तो दोनों ड्राइवरों को बचाना मुश्किल हो जाता। ड्राइवरों को सुरक्षित निकालने के बाद तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया गया।
दमकल टीम की तत्परता
सूचना मिलते ही दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, इस प्रक्रिया में दोनों वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गए। हादसे के कारण बरेला मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को नियंत्रित किया और मार्ग को पुनः सुचारू किया।
रफ्तार पर लगाम लगाने की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि तेज रफ्तार और लापरवाही सड़क हादसों का मुख्य कारण है। प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जब तक वाहन चालक खुद जिम्मेदारी नहीं समझेंगे, ऐसी घटनाओं को रोक पाना मुश्किल होगा।