पनागर, मंगलवार।
मंगलवार को एसबीआई की पनागर शाखा में दोपहर करीब 11:10 बजे शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने बैंक में हड़कंप मचा दिया। आग की शुरुआत बैंक के बिजली मीटर से हुई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इस घटना से बैंक में मौजूद कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच अफरातफरी का माहौल बन गया।
बिजली विभाग की लापरवाही उजागर
जैसे ही आग लगने की सूचना बिजली विभाग को दी गई, वहां मौजूद ऑपरेटर ने समय पर फोन नहीं उठाया। कई प्रयासों के बाद भी ऑपरेटर से संपर्क नहीं हो सका, जिसके चलते बिजली आपूर्ति बंद करने में देरी हुई। बिजली कर्मी राजू बैरागी ने बताया कि ऑपरेटर बृजेश पटेल की इस लापरवाही ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। अंततः स्थानीय लोग खुद बिजली दफ्तर पहुंचे और शिकायत दर्ज कर बिजली सप्लाई बंद करवाई।
दमकल सेवा की सुस्ती ने बढ़ाई चिंता
घटना की सूचना तुरंत पनागर नगर पालिका के दमकल विभाग को दी गई, लेकिन दमकल वाहन करीब आधे घंटे की देरी से मौके पर पहुंचा। इस दौरान आग ने बैंक के भीतर कई उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि आग बुझाने में दमकल की देरी के कारण बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
स्थानीय नागरिकों ने संभाला मोर्चा
दमकल की देरी को देखते हुए स्थानीय नागरिकों ने हिम्मत दिखाई और अपनी सूझबूझ से आग पर काबू पाया। बाल्टी और पानी की मदद से उन्होंने आग को बैंक के अंदर फैलने से रोक दिया। इस त्वरित कार्रवाई के चलते बड़ा नुकसान टल गया।
दमकल वाहन की असुविधाजनक तैनाती
जानकारी के अनुसार, पहले दमकल वाहन पनागर थाना परिसर में खड़ा किया जाता था, जिससे आपात स्थिति में यह तुरंत मौके पर पहुंच सकता था। लेकिन अब यह वाहन बैंक से करीब 400 मीटर दूर शमशान घाट में खड़ा किया जाता है। वहां कोई कर्मी मौजूद नहीं रहता, जिसके कारण दमकल वाहन लाने में अनावश्यक समय लगता है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने नगर पालिका और दमकल विभाग की व्यवस्था पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि यदि ऐसी लापरवाही जारी रही तो किसी दिन एक बड़ी त्रासदी हो सकती है। नागरिकों ने मांग की है कि दमकल वाहन को पुनः थाना परिसर में तैनात किया जाए और दमकल कर्मियों की तत्परता सुनिश्चित की जाए।
बैंक प्रबंधन ने की सतर्कता की अपील
एसबीआई बैंक के प्रबंधक ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए ग्राहकों और कर्मचारियों से सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
यह घटना नगर पालिका और बिजली विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यदि प्रशासन ने इससे सबक नहीं लिया, तो भविष्य में ऐसी घटनाओं के परिणाम और भी भयावह हो सकते हैं।