नीमच, मध्य प्रदेश: जिले की मनासा तहसील के बरडिया गांव में कच्ची शराब के खिलाफ कार्रवाई के दौरान एक अभूतपूर्व घटना सामने आई। आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पर बांछड़ा बस्ती में छापा मारते समय 150 से अधिक महिला-पुरुषों ने हमला बोल दिया। यह घटना शुक्रवार देर शाम की है, जब टीम ने शराब बनाने के ठिकानों पर रेड डाली थी।
शराब माफिया का विरोध और हमला
रेड के दौरान टीम ने गांव के अंदर 15 से ज्यादा सुलगती हुई कच्ची शराब की भट्टियां पकड़ीं। कार्रवाई के दौरान, जैसे ही भट्टियां नष्ट की गईं, शराब माफिया के लोग बीहड़ और आसपास के जंगलों में एकत्र होकर पत्थरबाजी करने लगे। हमलावरों में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे, जिन्होंने टीम पर पत्थर और गुलेल से हमला किया।
हमले की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि करीब दो घंटे तक टीम को भारी संघर्ष का सामना करना पड़ा। भगदड़ के हालात बने, और टीम को अपनी सुरक्षा के लिए झाड़ियों और घने इलाकों की ओर दौड़ना पड़ा।
पुलिस और ग्रामीणों के दावे पर टकराव
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पत्थरबाजी और भगदड़ की स्थिति स्पष्ट दिख रही है। हालांकि, पुलिस ने इस हमले से इनकार किया है। स्थानीय ग्रामीणों का दावा है कि शराब माफिया और पुलिस के बीच झड़पें पहले भी हो चुकी हैं। इसके बावजूद, पुलिस और आबकारी विभाग ने मिलकर 15 भट्टियां नष्ट कीं और करीब 1500 लीटर महुआ लहान को नष्ट कर दिया।
शराब माफिया के खिलाफ जारी रहेगा अभियान
घटनास्थल पर अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई से घबराकर माफिया ने हिंसक रुख अपनाया। बावजूद इसके, प्रशासन कच्ची शराब के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगा। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए टीम नियमित दबिश देगी।