कंटोनमेंट बोर्ड द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई, व्यापारियों में आक्रोश

 कंटोनमेंट बोर्ड द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई, व्यापारियों में आक्रोश

कंटोनमेंट बोर्ड ने आज शहर में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान सड़क किनारे दुकान लगाने वाले सब्जी और फल विक्रेताओं की दुकानों को जेसीबी की मदद से हटाया गया। इस कार्रवाई से व्यापारियों में भारी आक्रोश देखा गया।



व्यापारियों का विरोध व्यापारियों का कहना है कि वे पीढ़ी दर पीढ़ी यहां व्यवसाय करते आ रहे हैं और उनकी दुकानें मुख्य सड़क से 25 फीट अंदर हैं, जिससे किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो रहा था। बावजूद इसके, बिना किसी पूर्व नोटिस या सूचना के उनकी दुकानों को हटाया गया। आक्रोशित व्यापारियों ने अपनी सब्जियां और फल सड़क पर फेंककर अपना विरोध दर्ज कराया।

रोजी-रोटी पर संकट व्यापारियों ने दावा किया कि उनकी दुकानों से तीन से चार परिवारों का गुजर-बसर होता है। उनका कहना था, “हमारी दुकानें 50 साल पुरानी हैं। यह केवल हमारी रोजी-रोटी का साधन नहीं, बल्कि हमारी पीढ़ियों की मेहनत का परिणाम है। अब प्रशासन इसे खत्म कर हमें बेघर और बेरोजगार बना रहा है।”

प्रशासन पर आरोप प्रभावित व्यापारियों ने प्रशासन पर दुश्मनी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी दुकानों को तोड़ने के लिए न तो नोटिस दिया गया और न ही उन्हें अपनी बात रखने का अवसर। “हमने पहले ही अपने टीन-शेड और अन्य अतिक्रमण हटा लिए थे, लेकिन इसके बावजूद हमारी दुकानें तोड़ दी गईं।”

प्रशासन की सफाई प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई में किसी भी प्रकार का बल प्रयोग नहीं किया गया। उनका कहना है कि यह कार्रवाई कानून के तहत की गई है और इसमें सभी संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श किया गया है।

स्थानीय जनाक्रोश इस कार्रवाई के बाद स्थानीय जनता और व्यापारियों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उनकी आजीविका कैसे छीनी जा सकती है। “जिसकी रोजी-रोटी छिन जाती है, उसका दिमाग शांत कैसे रह सकता है?” एक विक्रेता ने कहा।

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