भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों की तीसरी, चौथी, छठी और सातवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं छह मार्च से शुरू होंगी। राज्य शिक्षा केंद्र ने परीक्षा की समय-सारिणी जारी कर दी है। इस शैक्षणिक सत्र की परीक्षाएं तीसरी और चौथी कक्षा के लिए 6 से 11 मार्च तक और छठी व सातवीं कक्षा के लिए 6 से 12 मार्च तक आयोजित की जाएंगी।
परीक्षाओं का समय दोपहर 2 बजे से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। परीक्षा की अवधि ढाई घंटे की होगी। विशेष बात यह है कि 6 से 12 मार्च के बीच स्थानीय अवकाश पड़ने पर भी परीक्षाएं यथासमय आयोजित की जाएंगी।
पहली और दूसरी कक्षा में परीक्षा नहीं, होगा वैकल्पिक आकलन
पहली और दूसरी कक्षा के छात्रों की वार्षिक परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। उनके सीखने के स्तर का मूल्यांकन अभ्यास पुस्तिका और गतिविधि-आधारित मौखिक परीक्षण के माध्यम से किया जाएगा। मूल्यांकन के तहत हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषयों में बच्चों की सीखने की क्षमताओं का परीक्षण किया जाएगा।
भाषा चयन में सावधानी बरतने के निर्देश
राज्य शिक्षा केंद्र ने प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि परीक्षा फॉर्म भरते समय भाषा चयन को लेकर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से सावधानीपूर्वक चर्चा करें।
तीसरी और चौथी कक्षा में अतिरिक्त भाषा का चयन वैकल्पिक होगा।
अगर छात्र प्रथम भाषा के रूप में हिंदी, उर्दू या मराठी का चयन करते हैं तो उन्हें द्वितीय भाषा के रूप में अंग्रेजी लेना अनिवार्य होगा।
प्रथम भाषा के रूप में अंग्रेजी लेने पर द्वितीय भाषा हिंदी होनी चाहिए।
छठी और सातवीं कक्षा में प्रथम भाषा के रूप में उर्दू या मराठी लेने पर अंग्रेजी को द्वितीय भाषा और हिंदी को तृतीय भाषा के रूप में चुनना अनिवार्य होगा।
यदि छात्र प्रथम भाषा के रूप में अंग्रेजी चुनते हैं तो द्वितीय भाषा हिंदी और तृतीय भाषा के रूप में संस्कृत, उर्दू या मराठी में से किसी एक का चयन करना होगा।
परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर जोर
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों से निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है। परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
इन परीक्षाओं के आयोजन का उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन का गहन आकलन करना और भविष्य के लिए उन्हें बेहतर शैक्षिक मार्गदर्शन प्रदान करना है।