घर में 10 से 12 लाख रखे है...इस गलत सूचना से हो गयी बुजुर्ग की हत्या.. पढ़ें पूरी खबर..मामला जबलपुर का है

 जबलपुर: थाना माढ़ोताल पुलिस ने वृद्ध की अंधी हत्या का किया खुलासा, 17 वर्षीय बालक सहित 5 आरोपी गिरफ्तार

जबलपुर के माढ़ोताल थाना क्षेत्र में हुई 73 वर्षीय वृद्ध संतोष चौबे की अंधी हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस घटना में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक 17 वर्षीय विधि विवादित बालक भी शामिल है। हत्या की वजह घर में रखे नकदी के बारे में गलत सूचना और पैसों की लूटपाट बताई जा रही है।



आरोपियों के नाम और पते

  1. सतीश कोरी पिता मगन कोरी (18 वर्ष), निवासी कारीबाह, थाना पनागर
  2. शिवा कोल पिता रमेश कोल (20 वर्ष), निवासी कारीबाह, थाना पनागर
  3. राजन कोल पिता मुकेश कोल (18 वर्ष), निवासी कारीबाह, थाना पनागर
  4. शेख सोहेल पिता शेख महमूद (21 वर्ष), निवासी केवलारी, थाना पनागर
  5. 17 वर्षीय विधि विवादित बालक

घटना का विवरण

घटना 15 दिसंबर 2024 की सुबह की है, जब संजय चौबे ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पिता संतोष चौबे, जो पुरानी बस्ती, करमेता स्थित अपने मकान में अकेले रहते थे, खून से लथपथ मृत पाए गए। संजय चौबे ने बताया कि उनके पिता के मकान के नीचे वे रहते थे, जबकि ऊपर किरायेदार रहते थे। वहीं, पीछे के मकान में एक अन्य किरायेदार, जो राजस्थान का निवासी था, एक माह पहले गांव लौट गया था।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने बारीकी से निरीक्षण करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि संतोष चौबे की मृत्यु गर्दन पर धारदार हथियार से चोट लगने के कारण हुई।

अपराध की योजना और हत्या का तरीका

पुलिस जांच में पता चला कि 17 वर्षीय बालक ने आरोपियों को गलत जानकारी दी थी कि संतोष चौबे के घर में 10-12 लाख रुपये रखे हुए हैं। इस लालच में आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।

योजना के तहत, शिवा कोल और सतीश कोरी दिन के समय किरायेदार बनकर संतोष चौबे के घर पहुंचे और कमरे को देखने के बाद तुरंत फाइनल कर लिया। जब संतोष चौबे ने कमरे की बिजली और टाइल्स का काम पूरा करने के लिए 10 दिन मांगे, तो आरोपियों ने तुरंत कमरा देने की जिद की। इसी दौरान बहस बढ़ने पर सतीश कोरी ने गुस्से में चाकू से संतोष चौबे की गर्दन पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज

माढ़ोताल पुलिस की टीम ने घटना के बाद क्षेत्र के लगभग 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आरोपियों ने मुंह पर कपड़ा बांधकर वारदात को अंजाम दिया था, जिससे पहचान करना चुनौतीपूर्ण था। फुटेज के आधार पर संदिग्ध राजन कोल को हिरासत में लिया गया। सघन पूछताछ में उसने पूरी वारदात का खुलासा किया।

गिरफ्तारी और जब्ती

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक और चाकू बरामद कर लिया है। सभी आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उन्हें न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

पुलिस की सराहनीय भूमिका

इस अंधी हत्या के खुलासे में थाना माढ़ोताल प्रभारी श्री विपिन ताम्रकार के नेतृत्व में उप निरीक्षक नीलेश पोर्ते, गनपत मसकोले, प्रधान आरक्षक महेंद्र, नितिन, आरक्षक सचिन, शशि, राहुल, सुदीप, निकेश, दिलीप, विवेक, रवि और साइबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल ने सराहनीय कार्य किया।

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