भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित धनकुबेर सौरभ शर्मा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के घरों और व्यवसायिक ठिकानों पर मारे गए छापों में बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, चांदी और अन्य संपत्तियां बरामद हुई हैं। इस पूरे मामले में सौरभ शर्मा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है, जिसने प्रदेश भर में हलचल मचा दी है।
मां ने खोला राज, पर जताई अनभिज्ञता
सौरभ शर्मा की मां ने इस मामले में पहली बार चुप्पी तोड़ी। ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं ग्वालियर में रहती हूं और सौरभ से संपर्क नहीं हो पाया है। मुझे नहीं पता वह कहां है। मैं इस मामले में कुछ नहीं कह सकती क्योंकि मैं यहां नहीं रहती थी।”
उन्होंने सौरभ के सहयोगी चेतन सिंह का नाम लेते हुए कहा कि वह चेतन को जानती हैं, लेकिन सोना और पैसा किसका है, इस पर कोई जानकारी नहीं है। मां ने यह भी खुलासा किया कि सौरभ की जान को खतरा है और उनके वकीलों ने जमानत याचिका भी दाखिल की है।
ईडी की छापेमारी और चौंकाने वाले खुलासे
ईडी ने सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
भोपाल में चार जगह रेड:
सौरभ के नए बंगले से नकदी और गहने बरामद।
बिजनेस पार्टनर शरद जायसवाल के घर से दस्तावेज जब्त।
जबलपुर और ग्वालियर में छापेमारी:
सहयोगी चेतन सिंह के घर से 234 किलो चांदी, 4 करोड़ रुपये नकद, और नोट गिनने की मशीन मिली।
पैसों के लेन-देन की फाइलें, रिसॉर्ट और मत्स्य विभाग से जुड़े टेंडर के दस्तावेज भी जब्त हुए।
क्या-क्या बरामद हुआ?
सौरभ शर्मा के घर: 3 करोड़ रुपये नकद और कीमती गहने।
चेतन सिंह के घर: 234 किलो चांदी, 4 करोड़ रुपये नकद।
एक इनोवा क्रिस्टा कार से: 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकद।
शरद जायसवाल फरार, दुबई में छिपने की आशंका
सौरभ शर्मा के सहयोगी शरद जायसवाल फिलहाल फरार हैं। सूत्रों के अनुसार, शरद दुबई में छिपा हो सकता है। ईडी ने उनके ठिकानों पर दबिश देकर महत्वपूर्ण दस्तावेज और फाइलें जब्त की हैं।
सीसीटीवी फुटेज बना जांच का अहम हिस्सा
पुलिस ने सौरभ के ठिकानों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। खासकर 16 और 19 दिसंबर के फुटेज से कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई गई है।
संपत्ति के जाल में और कौन शामिल?
अब यह सवाल प्रदेशभर में गूंज रहा है कि सौरभ शर्मा की इतनी बड़ी संपत्ति और लेन-देन के पीछे और कौन लोग शामिल हैं। ईडी की जांच इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है।