गुवाहाटी/मोरीगांव. भारत की सीमाएं कई देशों से लगती हैं. कुछ देशों से लगती सीमाएं इतने दुर्गम हैं कि वहां बाड़बंदी का काम कर पाना काफी मुश्किल है. नॉर्थईस्ट के कई प्रदेशों की सीमाएं बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, चीन जैसे देशों से लगती हैं. इन राज्यों से लगते बॉर्डर इलाके पहड़, जंगल और नदियों से घिरे हैं. ऐसे में ये इलाके स्मगलरों के लिए मुफीद ठिकाना बन जाते हैं. इंडियन सिक्योरिटी फोर्सेज की ओर से इन इलाकों में लगातार गश्त की जाती है, ताकि किसी भी तरह की तस्करी को रोका जा सके. दूसरे देशों से प्रतिबंधित वस्तुओं को तस्करी के जरिये पहले देश की सीमा में लाया जाता है और फिर वहां से देश के अन्य हिस्सों में इसे भेजा जाता है. असम पुलिस ने ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश किया है.
जानकारी के अनुसार, असम के मोरीगांव जिले में बुधवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से 1.57 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन जब्त की गई. पुलिस ने इसके बारे में जानकारी दी है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस की एक टीम ने बरचल गांव में तलाशी अभियान चलाया और एक घर से 875 ग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया. असम में पहले भी स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों की ओर से समय-समय पर ऐसी कार्रवाई की जाती रही है. सीक्रेट इंफॉर्मेशन पर स्थानीय प्रशासन की ओर से तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रही है.
साबुन के 77 डिब्बों में हेरोइन
तस्करों ने हेरोइन की तस्करी के लिए नई तरकीब निकाली. पुलिस ने बताया कि हेरोइन को साबुन के 77 डिब्बों में छिपाकर नगालैंड के दीमापुर से मोरीगांव लाया गया था. आशंका है कि हेरोइन की इस खेप को देश के अन्य हिस्सों में भेजा जाना था. इससे पहले कि हेरोइन की खेप को ठिकाना लगाया जाता, पुलिस को इसकी भनक लग गई और समय रहते ड्रग्स की खेप को जब्त कर लिया गया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है, ताकि इस रैकेट की तह तक पहुंचा जा सके.