बिहार के मोतिहारी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शिक्षक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. यह शिक्षक जिले के एक स्कूल में कार्यरत थे. मृतक शिक्षक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें मृतक शिक्षक ने अपनी मौत का जिम्मेदार विद्यालय की अध्यक्ष सोनी कुमारी, उनके पति अजय कुमार और मुखिया विनय कुमार को बताया है. आरोप है कि ये तीनों मृतक से 10 लाख रुपये लेने की बात कर रहे थे, जिससे परेशान होकर शिक्षक ने अपनी जान दे दी है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच में जुट गए हैं.
तक शिक्षक का नाम अजय कुमार है. अजय कुमार प्रभारी प्रधानाध्यापक पिपरिया नागर टोला के स्कूल में कार्यरत थे. 25 मार्च की शाम अजय अपने घर से निकल गए थे और देर रात होने तक नहीं लौटे, जिससे परेशान होकर घरवालों ने उनकी तलाश शुरू कर दी थी. अजय के घरवालों को उनका शव पास के एक बगीचे में एक पेड़ से लटका मिला. यह मंजर घर वालों के पैरों तले मानो जमीन खिसक गई. वहां मौजूद लोगों में कोहराम मच गया. इस दौरान पुलिस को कॉल कर सूचना दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और शव को पेड़ से नीचे उतारा था.
क्या लिखा सुसाइड लेटर में?
छानबीन करते समय पुलिस को शव की पेंट की पॉकेट से सुसाइड लेटर मिला, जिसे पढ़कर सभी के होश उड़ गए. अजय ने लेटर में लिखा था कि ‘मैं अजय कुमार प्रभारी प्रधानाध्यापक एनपीएस पिपरिया नागर टोला में कार्यरत हूं, जहाँ की वार्ड सदस्य जो की मेरे विद्यालय की अध्यक्ष सोनी कुमारी और उनके पति अजय कुमार और मुखिया विनय कुमार के द्वारा मुझे लगातार परेशान किया जा रहा है. इसका कारण है कि मेरे विद्यालय भवन के निर्माण के लिए जो राशि आई है, उस राशि में से ये लोग 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं’. सुसाइड नोट के मुताबिक अजय ने कई बार उन लोगों को समझाया कि इस स्कूल की जो जमीन है उसकी एन ओ सी नहीं है. इसके बाद इन लोगों ने अजय को दूसरी जगह अपने स्कूल निर्माण बनाने की बात कही थी, जिससे वह अक्सर परेशान रहता था और 25 मार्च की शाम उसने घर के पास में बगीचे के पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली.