महाराष्ट्र के पुणे शहर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां नकली वेबी सीरीज की तर्ज पर नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नकली नोट छापने के धंधे में आईटी डिप्लोमाधारी युवक भी शामिल थे। सबसे पहले उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस का व्यवसाय शुरू किया। जब यह धंधा नहीं चला तो उसने नकली नोट छापने की फैक्ट्री खोल ली।
पुणे शहर की पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुणे पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ऑफसेट मशीनों पर नकली नोट छापे जा रहे थे। आरोपी युवक ने 500 रुपये के नकली नोटों को हूबहू असली नोटों जैसा बना दिया था। 500 रुपये के नकली नोटों की कुल रकम 70,000 रुपये थी। पुलिस ने छापेमारी के दौरान इसे जब्त कर लिया।
चीन से विशेष कागज मंगवाया
पुलिस ने इस मामले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि छह युवक नोट छापने के काले कारोबार में शामिल थे। इनमें से एक आईटी में डिप्लोमाधारी युवक है। इन युवाओं ने नई प्रिंटिंग प्रेस खरीदी थी। इसके बाद प्रिंटिंग का बिजनेस शुरू किया। व्यापार में मंदी थी। उनका बिजनेस शुरू नहीं हुआ। इसके बाद इन युवकों ने ऑनलाइन नकली नोट छापने के लिए चीन से विशेष कागज का ऑर्डर दिया। उन्होंने चीन से आयातित कागज पर 500 रुपये के नकली नोट छापना शुरू कर दिया। उन्होंने 70 हजार रुपये के नोट भी छापे। इन्हें बेचने के दौरान देहुर रोड पुलिस ने उन पर शिकंजा कसा और फर्जी गिरोह का भंडाफोड़ हो गया।
पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। चीन से आयातित प्रिंटिंग प्रेस और विशेष कागज जब्त कर लिया गया है। आरोपियों के पास से 70 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं। पुणे पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इन लोगों ने बाजार में नकली नोट चलाए हैं या नहीं। साथ ही पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि इस गिरोह की जड़ें कितनी गहरी हैं। इस मामले में पुलिस इस बात की जांच में जुट गई है कि गिरोह की मदद किसने की और उन्होंने नोट कैसे तैयार किए?