दिवाली पर मां लक्ष्‍मी को जरूर लगाएं ये भोग, पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं

 


दिवाली पूजा के दौरान मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि आज के दिन मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुई थीं। दिवाली की रात मां धरती पर भ्रमण करती हैं। और जिस घर में मां लक्ष्मी का पूजन होता  है, उस घर में मां लक्ष्मी प्रवेश करती हैं। ऐसे में लोग देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए भोग लगाते हैं और उनकी की पूजा-आराधना करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं मां लक्ष्मी को क्या प्रिय है…

मान्यता है की  मां लक्ष्‍मी समुद्र मंथन होने पर सागर से उत्‍पन्‍न हुई थीं, उसी प्रकार से मखाने की उत्‍पत्ति भी जल से हुई है। साथ ही यह मां लक्ष्‍मी के आसन माने जाने वाले कमल के पौधे से मिलता है। इसलिए मां लक्ष्‍मी की पूजा में मखाने को जरूर शामिल किया जाता है। 

चीनी के खिलौने

मां लक्ष्मी को चीनी के खिलौने का भोग भी लगाया जाता है। वाली शुरू होने से पहले ही बाजार में दुकानों पर खिलौने रखे नजर आने रहते हैं। इनमें हाथी, शेर, मीनार, मछली, बत्तख, झोपड़ी, ताजमहल जैसी आकृतियां बनाई जाती है।

लक्ष्मी को पसंद है सिंघाड़ा

मां लक्ष्मी को पसंदीदा फलों में से एक जल सिंघारा भी है। जल में पैदा होने के कारण यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न है। मौसमी फल होने की वजह से यह बाजार में आसानी से मिल जाएगा और इसका आप भोग लगा सकते हैं।

लक्ष्‍मीजी को प्रिय नारियल है

लक्ष्‍मी माता को प्रिय होने के कारण नारियल को श्रीफल कहा जाता है। नारियल कई परत में होने के कारण इसे अत्‍यंत शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इसलिए मां लक्ष्‍मी से जुड़ी प्रत्‍येक पूजा में श्रीफल का भोग लगाना अनिवार्य होता है।

पान

धन की देवी माता लक्ष्मी को पान अति प्रिय है। माता लक्ष्मी की पूजा संपन्न होने के बाद उन्हें पान का भोग लगाना चाहिए. इससे मां प्रसन्‍न होती हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

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