भोपाल| मध्य प्रदेश में बालिका जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए अमल में लाई गई लाडली लक्ष्मी योजना को नया स्वरुप दिया जा रहा है। एक तरफ जहां लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 का शुभारंभ हेागा, वहीं 52 लाडली लक्ष्मी पथ एवं 52 लाडली लक्ष्मी वाटिकाओं का लोकर्पण होने वाला है। राज्य में वर्ष 2007 में बालिका बोझ नहीं इस संदेश को लेकर लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना की देश ही नहीं दुनिया में खूब चर्चा हुई। इतना ही नहीं कई राज्यों ने इस योजना को अपनाया भी। राज्य सरकार अब कॉलेज में पढ़ाई करने वाली लाडलियों को 25 हजार रुपये देने जा रही है। राज्य में लाडली लक्ष्मियों की तादाद 43 लाख को पार कर गई है।
राज्य के स्थापना दिवस पर एक नवंबर से विविध कार्यक्रम होने वाले हैं। इसी क्रम में दो नवंबर को लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 का शुभारंभ होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 के शुभारंभ मौके पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम भोपाल में होगा। इसमें प्रदेश की सभी लाडली लक्ष्मियों, 52 लाडली लक्ष्मी पथ के अतिथियों को भी वर्चुअली जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम में लाडली लक्ष्मी योजना की यात्रा वीडियो फिल्म एवं 17 साल-43 लाख लाडली लक्ष्मी पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा। महाविद्यालयों में प्रवेश लेने वाली बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि का वितरण भी होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि भोपाल में लाडली लक्ष्मी पथ का चयन कर लिया जाए। प्रदेश के अन्य सभी जिलों में भी इनका चयन पूरा कर लिया जाए। इसके अलावा लाडलियों के माता-पिता एवं अभिभावकों को मुख्यमंत्री चौहान आत्मीय पत्र भेजेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटी बोझ नहीं वरदान है। होडिर्ंग एवं पोस्टर ऐसे बनें कि वे आंगनवाड़ियों, पंचायत भवनों में स्थाई रूप से लगे रहें। लाडली लक्ष्मी पथ पर लाडली लक्ष्मी पर आधारित पेन्टिग बनायी जाये।
दो नवम्बर को होने वाले कार्यक्रम में लगभग 1500 बालिकाओं और 600 अभिभावकों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा 52 लाडली लक्ष्मी पथ एवं 52 लाडली लक्ष्मी वाटिका को लोकार्पित किया जाएगा।