माथे पर तिलक लगाने से व्यक्ति में तेज की वृद्धि होती है और वो स्वयं को ऊर्जावान महसूस करता है। धार्मिक रूप से हम सब रोली, हल्दी, चंदन, भस्म, कुमकुम आदि का तिलक लगाते हैं।
शास्त्रों में माथे पर तिलक लगाना शुभ माना गया है। कुछ लोग प्रतिदिन इसका प्रयोग करते हैं। वहीं कुछ खास जातक किसी खास मौके या मंदिर जाने पर तिलक लगाते हैं। हिंदू धर्म में तिलक लगाना लाभदायक माना गया है। ज्योतिष में भी इसके कई फायदे बताए गए हैं। तिलक लगाने से एक अच्छी ऊर्जा का संचार होता है। जिससे जीवन में तरक्की मिलती है। माना जाता है कि राशि अनुसार तिलक लगाने से इसका फल ओर अधिक बढ़ जाता है। वहीं ग्रहों के बुरे प्रभाव से राहत मिलती है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि हिंदू धर्म में माथे पर तिलक लगाना शुभ माना जाता है। रोजाना तिलक लगाने से दिन अच्छा और हर काम सफल होते है। हिन्दू धर्म में तिलक लगाने के कई फायदे बताए गए हैं। माना जाता है कि राशि के अनुसार तिलक लगाने से हर काम में तरक्की मिलती है। साथ ही ग्रहों के बुरे प्रभाव का भी असर कम होता है। राशि के हिसाब से तिलक लगाने से राशि का स्वामी ग्रह प्रबल होता है और व्यक्ति को बहुत से लाभ मिलते हैं। इससे व्यक्ति के शरीर में बहुत तेजी से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वो पूर्ण एकाग्रता के साथ किसी भी काम को करता है। जब भी आप पूजा-पाठ के दौरान माथे पर तिलक लगाते होंगे तो आपको अंदर से एक सकारात्मक ऊर्जा का अहसास होता होगा। दरअसल धार्मिक दृष्टि से माथे के बीच का स्थान बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि इस जगह पर आज्ञाचक्र होता है, जिसे ऊर्जा का केंद्र माना जाता है। तिलक लगाने से ये चक्र उद्दीप्त होता है। जिसकी वजह से व्यक्ति का मन शांत और एकाग्र होता है। इसके अलावा मस्तक के बीच के स्थान को त्रिवेणी या संगम भी कहा जाता है क्योंकि यही स्थान शरीर की तीन नाड़ियों के मिलन का भी केंद्र होता है।
माथे पर तिलक लगाने से व्यक्ति में तेज की वृद्धि होती है और वो स्वयं को ऊर्जावान महसूस करता है। धार्मिक रूप से हम सब रोली, हल्दी, चंदन, भस्म, कुमकुम आदि का तिलक लगाते हैं। लेकिन ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि अगर तिलक अपनी राशि के अनुसार लगाया जाए तो ये कहीं ज्यादा प्रभावी होता है। इसे लगाने से राशि का स्वामी ग्रह प्रबल होता है और व्यक्ति को बहुत से लाभ मिलते हैं। इससे व्यक्ति के शरीर में बहुत तेजी से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वो पूर्ण एकाग्रता के साथ किसी भी काम को करता है। इससे उसकी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की के योग का निर्माण होता है।