इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, एचएस200 रॉकेट बूस्टर जीएलएसवी एमके 3 सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के एस200 रॉकेट बूस्टर का ह्यूमन रेटेड वर्जन है।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने शुक्रवार (13 मई) सुबह ह्यूमन रेटेड सॉलिड रॉकेट बूस्टर यानी एचएस200 का सफल परीक्षण किया। इस रॉकेट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 7:20 बजे दागा गया। बता दें कि इस रॉकेट को गगनयान कार्यक्रम के लिए तैयार किया गया है।
इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, एचएस200 रॉकेट बूस्टर जीएलएसवी एमके 3 सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के एस200 रॉकेट बूस्टर का ह्यूमन रेटेड वर्जन है। प्रक्षेपण यान के पहले चरण के तहत यह परीक्षण किया गया, जो गगनयान कार्यक्रम का मील का पत्थर है।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने शुक्रवार (13 मई) सुबह ह्यूमन रेटेड सॉलिड रॉकेट बूस्टर यानी एचएस200 का सफल परीक्षण किया। इस रॉकेट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 7:20 बजे दागा गया। बता दें कि इस रॉकेट को गगनयान कार्यक्रम के लिए तैयार किया गया है।
इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, एचएस200 रॉकेट बूस्टर जीएलएसवी एमके 3 सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के एस200 रॉकेट बूस्टर का ह्यूमन रेटेड वर्जन है। प्रक्षेपण यान के पहले चरण के तहत यह परीक्षण किया गया, जो गगनयान कार्यक्रम का मील का पत्थर है।