जो व्यक्ति बहुत कम समय की नींद लेते हैं, उनमे अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, मनोदशा में बदलाव, किसी चीज़ पर ध्यान ना लगा पाना या याद ना रखने वाला अनुभव देखने को मिलता है। इन सभी लक्षणों से आपकी दैनिक जीविका भी बिगड़ सकती है, अनिद्रा काफी हद तक बड़े बिमारियों का कारण भी रहा है।
लोग रोजाना अपनी नींद मार कर काम करते हैं। लेकिन ये कम सोने की बीमारी आपके रोजाना कार्यो में बाधा बन सकती है। सही समय से सोना उठना उतना ही जरूरी है जितना सही समय पे खाना। अटलांटा जॉर्जिया के एक विभाग सेंटर्स ऑफ़ डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताकिब व्यस्को के लिए औसतन सात घंटे की नींद ज़रूरी है विभाग के मुताबिक हर तीन में से एक व्यक्ति इतनी मात्रा में नींद नहीं ले पाते।
नींद की कमी के लक्षण
जो व्यक्ति बहुत कम समय की नींद लेते हैं, उनमे अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, मनोदशा में बदलाव, किसी चीज़ पर ध्यान ना लगा पाना या याद ना रखने वाला अनुभव देखने को मिलता है। इन सभी लक्षणों से आपकी दैनिक जीविका भी बिगड़ सकती है, साथ ही लोगो और परिवार वालो से संबंध खराब होने का डर भी रहता है। अनिद्रा काफी हद तक बड़े बिमारियों का कारण भी रहा है। ज्यादातर लोगो को अनिद्रा से डिप्रेशन जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
नींद की कमी का शरीर में असर
नींद की कमी बहुत से शारीरिक संकट का कारण बन सकती है। नींद की कमी आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करती है। कुछ लोगो में यह वजन बढ़ने या घटाने का काम करती है, साथ ही इससे आपको हृदय संबंधित रोग, मधुमेह, रक्तचाप और कैंसर तक के होने की सम्भावना काफी हद्द तक बढ़ सकती है।