प्रदेश में पोषण आहार (टेक होम राशन) में इस्तेमाल होने वाले मिल्क पाउडर की सप्लाई का काम अब निजी हाथों में जा रहा है। अभी तक एमपी एग्रो को पूरा मिल्क पाउडर देने वाले को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (दुग्ध महासंघ) ने अपनी सप्लाई आधी कर दी है, लिहाजा हर महीने 400 टन मिल्क पाउडर अब निजी क्षेत्र के संस्थानों से लिया जाएगा। इसके टेंडर हो गए हैं।
मई से सप्लाई भी शुरू हो जाएगी। पोषण आहार बनाने के प्लांट आजीविका फोरम के पास आने के बाद यह स्थिति बनी है। बता दें कि 6 महीने से 6 साल तक के बच्चे, गर्भवती व धात्री मिलाकर करीब 68 लाख हितग्राहियों के लिए हर महीने लगभग 22 करोड़ रुपए के मिल्क पाउडर की जरूरत पड़ती है। इसमें से 12.6 करोड़ का मिल्क पाउडर अब निजी कंपनियों से खरीदा जाएगा।