'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय'
कहते हैं मारने वाले से बचाने वाला महान होता है। शिवपुरी में भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक निर्दयी मां ने अपने एक दिन के नवजात शिशु को जमीन में गाड़ दिया। गहराई कम थी, जिससे बच्चे की रोने की आवाज किसान ने सुनी और उसे बचा लिया।
शिवपुरी में एक निर्दयी मां ने जो किया, उससे इंसानियत भी शर्मसार हो जाए। जन्म के कुछ ही घंटों बाद एक नवजात शिशु को जमीन में जिंदा गाड़कर मरने के लिए छोड़ने का मामला सामने आया है। पर नवजात की किस्मत अच्छी थी जो गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं था। उसका रुदन एक किसान ने सुन लिया और नवजात को बचा लिया।
मामला शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील के सरजापुर गांव का है। किसी ने एक दिन के नवजात शिशु को खेत की मेढ़ के पास गड्ढे में जिंदा ही दफना दिया और उस पर पत्थर रख दिए। झाड़ियों से भी ढंक दिया, ताकि कोई उस तक पहुंच न सकें। गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं था। जब नवजात ने रोना शुरू किया तो खेत में मवेशी चरा रहे एक किसान ने सुन लिया। जब किसान ने झाड़ियां और पत्थर हटाया तो वहां जमीन में नवजात को गड़ा देखकर वह भी कुछ पल के लिए स्तब्ध रह गया। नवजात जिंदा था, इसलिए किसान ने तुरंत डायल-100 पर कॉल कर नवजात के मिलने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात को अस्पताल पहुंचाया। नवजात के सिर, घुटने व पंजे पर जख्म होने से उसे एसएनसीयू शिवपुरी में भर्ती कराया गया है।
बुधवार सुबह हुआ होगा जन्म
पुलिस नवजात के साथ ऐसा करने वालों को तलाश रही है। बच्चे का वजन 2.155 किलो है। डॉक्टर उसकी देखभाल कर रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार बच्चे का जन्म बुधवार सुबह हुआ होगा। जिस खेत में वह मिला है, वह जंगल से सटा इलाका है। गड्ढा गहरा नहीं होने से बच्चे की सांस चलती रही और वह जिंदा बच गया।