बंजर पड़ी जमीन में मिला काकतीय वंश का खजाना, तांबे के बर्तन से निकले कीमती आभूषण

 


देश के कई स्थानों से ऐसी खबरें सामने आती हैं जिन पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल होता है. हालांकि, भारत एक ऐसा राष्ट्र है जहां सदियों पहले राजा-महाराजाओं का राज हुआ करता था और इसी वजह से जमीन के भीतर पुराने समय के खजाने छुपे हुए हैं. अक्सर जब किसी मकान का निर्माण होता है या नींव खुदाई हो रही होती है तब लोगों के हाथ बड़ा खजाना लगता है. जिसकी खबर आसपास के इलाकों में आग की तरह फैल जाती है. अब हाल ही में कुछ इसी तरह का मामला तेलंगाना से सामने आया है. जहां एक बिल्डर को खुदाई के दौरान करोड़ों रुपये की कीमत वाले सोने व चांदी के जेवर मिले हैं. बताया जा रहा है कि, बिल्डर नरसिम्हा पेमबर्थी अपनी बंजर पड़ी भूमि को समतल करने के इरादे से खुदाई कर रहे थे. इसी दौरान उनके हाथ एक बर्तन लगा जिसमें सोने व चांदी के कीमती आभूषण रखे हुए थे. इस घटना की जानकारी जब अन्य लोगों को मिली तो जेवरों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई.

गहनों से भरा तांबे का बर्तन
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुरुवार को बिल्डर नरसिम्हा अपनी बंजर पड़ी जमीन पर जेसीबी चलवा रहे थे. जिससे जमीन पूरी तरह समतल हो जाए. करीब दो फीट की खुदाई के बाद उन्हें एक तांबे का बर्तन भरा जिसमें करीब 5 किलो वजन के सोने के गहने रखे हुए थे.

कहा जा रहा है कि, खुदाई में मिले गहनों की कीमत करीब 2 करोड़ रुपये तक हो सकती है. गहनों की जानकारी आसपास के लोगों समेत प्रशासन को मिली तो वो भी अपनी पूरी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए और जांच शुरू की.

मामले पर जनगांव के सहायक पीठासीन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि, “हमें जैसे ही खजाने की जानकारी मिली हम घटनास्थल पर पहुंचे और क़ीमती सामान बरामद किया और उसे जांच के लिए कलेक्ट्रेट भेज दिया है.’ साथ ही जमीन के मालिक को फिलहाल अगले आदेश तक किसी भी तरह की खुदाई या गतिविधि करने से रोक दिया गया है.

तांबे के बर्तन में कानों के आभूषण, सोने की माला, मंगलसूत्र, और हाथों की सोने की चूड़ियां मिली हैं. जो काकतीय वंश का बताया जा रहे हैं. बता दें, पूर्व के समय में काकतीय साम्राज्य की राजधानी वारंगल हुआ करती थी और जनगांव उसी का हिस्सा था.

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