कोरोना की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है। लोग (Oxygen Level) ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों में बेड की तलाश में जुटे हैं। इतना ही नहीं हर दिन ऑक्सीजन और अस्पताल में इलाज न मिलने के अभाव में कोरोना से हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में देश के 4 बड़े एक्सपर्ट डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लेवल कम होने की स्थिती में (Yoga) अनुलोम विलोम और प्राणायाम करने की नसीहत दी हैं। उन्होंने कहा कि हर दिन योगा करने पर घर बैठे 90 प्रतिशत लोगों को फायदा होगा। लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत तक नहीं होगी।
इन दिनों देश में कोरोना को लेकर त्राहि मची हुई है। इसबीच ही एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, मेदांता मेडिसिटी अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहन, एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर नवनीत विग और भारतीय हेल्थ सर्विसेज के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर सुनील कुमार ने कोरोना संक्रमण के दौरान संक्रमित में अचानक से घटने वाले ऑक्सीजन लेवल को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि अगर कोई कोरोना संक्रमित है, तो उसका ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए क्या करें। साथ ही यह भी बताया कि मरीज को आखिर कब ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।
कोरोना पॉजिटिव आने पर घबराये नहीं, उठाये ये कदम
देश के दिग्गज डॉक्टरों में शामिल डॉक्टर नरेश त्रेहन ने बताया कि आरटी पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने पर घबराये नहीं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सबसे पहले अपने पास के डॉक्टर से संपर्क करें। कुछ जरूरी दवाईयां लें। इसके साथ ही अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। लंबी सांस लेकर रोके। इससे ऑक्सीजन की ज्यादा मात्रा फेफड़ों तक पहुंचती है। जिस से फेंफड़े मजबूत होते हैं। ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होती। आप घर पर रहकर भी यह कर सकते हैं।
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कोरोना में गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज करने से फायदा मिलता है। इसके साथ ही इन दिनों ऑक्सीजन को लेकर लोगों में फैली कई गलतफहमियों को डॉक्टर गुलेरिया ने दूर किया। उन्होंने बताया कि कई लोग यह समझते है कि कल मेरा ऑक्सीजन लेवल 98 था और अब 97 हो गया है तो कम हो रहा है और ऑक्सीजन लेने की जरूरत है। ऐसा बिल्कुल न सोचे अगर आपकी सेचुरेशन 94, 95 और 97 है तो ऑक्सीजन लगाने की जरूरत नहीं है। सिर्फ गहरी सांस लें और एक्सरसाइज करें। पेट के बल लेटेंगे तब भी सेचुरेशन बढ़ जाएगी।