भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि मार्च से मई के दौरान उत्तर भारत में मौसमी तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा।
आईएमडी ने यह बात मार्च से मई तक आने वाले गर्मियों के मौसम के लिए सब-डिविजन औसत तापमान के लिए तैयार 'सीजनल आउटलुक' में कही।
आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूवार्नुमान केंद्र के अनुसार, उत्तर भारत के अलावा, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत, मध्य भारत के पूर्वी और पश्चिमी भागों के कुछ संभागों और उत्तर प्रायद्वीपीय भारत के कुछ तटीय संभागों में मौसमी तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
हालांकि, 'सीजनल आउटलुक' की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकतम तापमान दक्षिण प्रायद्वीप और आसपास के मध्य भारत के अधिकांश संभागों में होने की संभावना है।
इसके अलावा, सामान्य मौसमी न्यूनतम तापमान से अधिक पारा उत्तर भारत के अधिकांश संभागों में, हिमालय की तलहटी, पूर्वोत्तरस मध्य भारत के पश्चिमी भाग और प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भाग में रहने की संभावना है।
सामान्य सीजन के नीचे, मध्य भारत के पूर्वी भाग के अधिकांश संभागों और देश के नितान्त उत्तरी भाग के कुछ संभागों में रहने की संभावना है।
गौरतलब है कि फरवरी का महीना 1901 के बाद राष्ट्रीय राजधानी में दूसरा सबसे गर्म मौसम था।
महीने के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से औसतन चार डिग्री अधिक था, जिससे यह असाधारण रूप से गर्म हो गया।