कोरोना वायरस जहां एक तरफ महाराष्ट्र में कोहराम मचाए हुए है तो वहीं अब तीन अन्य राज्यों के ऊपर भी कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बनने का खतरा मंडरा रहा है। ये तीन राज्य हैं- पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश, जहां रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों की दर बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है।भारत में 7 दिनों का संक्रमण दर भी बीते 30 दिनों में 1.4 प्रतिशत बढ़ गया है। हालांकि, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा ही देश के ऐसे राज्य हैं जहां संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत 1.4 प्रतिशत से ज्यादा है।
राज्य और जिला स्तर दोनों ही आधार पर आंकड़े यह बताते हैं कि देश के पश्चिम क्षेत्रों में पूर्वी क्षेत्रों की तुलना में कोरोना के मामले ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र के बाद पंजाब में हालात सबसे बदतर
पंजाब में आंकड़े सबसे ज्यादा चिंताजनक है। यहां बीते 30 दिनों के अंदर रोजाना सामने आने वाले मामलों में 531 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं एक हफ्ते का संक्रमण दर भी 4.7 फीसदी बढ़ गया है। महाराष्ट्र के बाद पंजाब में ही कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़े हैं।
तीसरे नंबर पर हरियाणा, 398 फीसदी बढ़े केस
हरियाणा देश का तीसरा राज्य है जहां कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां बीते 30 दिनों में कोरोना के केस 398 फीसदी बढ़े हैं। यही नहीं राज्य में औसत संक्रमण दर भी 2.2 फीसदी ऊपर हो गया है। गुरुग्राम में अकेले गुरुवार को कोरोना के 104 नए मामले रिपोर्ट हुए। 84 दिन बाद ऐसा हुआ जब गुरुग्राम में 100 से ज्यादा मामले मिले हैं।
कम टेस्टिंग मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी चिंता
मध्य प्रदेश में भी रोज आने वाले कोरोना के केसों में 277 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं, राज्य में संक्रमण दर 3.3 प्रतिशत बढ़ गया है। मध्य प्रदेश में एक और चिंता की बात यहां की टेस्टिंग दर है। बीते हफ्ते राज्य में प्रति 10 लाख सिर्फ 191 टेस्ट किए गए।
दिल्ली में भी कोरोना के 600 से ज्यादा मरीज
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 607 नए मामले आए। इससे पहले इस साल 6 जनवरी को 654 मामले आए थे। दिल्ली में पिछले 7-8 दिनों में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। यही नहीं अब संक्रमण दर भी बढ़ रहा है। एक मार्च को दिल्ली का संक्रमण दर 0.44 प्रतिशत था जो 18 मार्च को 0.76 प्रतिशत तक पहुंच गया है।