जबलपुर। कैंसर पीड़ितों को इलाज के लिए नागपुर, मुंबई नहीं जाना पड़ेगा। कैंसर का इलाज और जांच शहर में ही संभव हो सकेगा। मध्य प्रदेश के बजट में जबलपुर में कैंसर अस्पताल शुरू करने की घोषणा वित्त मंत्री ने की है। हालांकि यह अस्पताल तो दो साल पहले ही शुरू हो जाना था। जबलपुर के मेडिकल अस्पताल परिसर में बन रहे स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में अभी सिविल वर्क बाकी है। इसके बाद ही उपकरणों की खरीदी की जा सकेगी। वित्तमंत्री की घोषणा के बाद कैंसर मरीजों में आशा की किरण जागी है कि जिससे शेष कार्य जल्द से जल्द पूर्ण होकर इस साल अस्पताल शुरू हो सकेगा।
फैक्ट फाइल :
- कैंसर अस्पताल के लिए 2015-16 में स्वीकृत फंड- 135 करोड़ रुपये
- सेंट्रल से स्वीकृत राशि - 80 करोड़ रुपये
- स्टेट से स्वीकृत राशि - 55 करोड़ रुपये
- सेंट्रल से स्वीकृत राशि से उपकरण खरीदी की जाना है।
- स्टेट से स्वीकृत राशि से भवन निर्माण किया जा रहा है।
- भवन निर्माण पीआइयू करवा रहा है।
- भवन निर्माण को पूर्ण करके पीआइयू को वर्ष 2018 में मेडिकल प्रशासन को सौंपना था।
अभी यह है स्थिति: कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है। निर्माण कार्य के लिए शासन समय-समय पर फंड उपलब्ध करवा रहा है। इस साल निर्माण कार्य पूर्ण होते ही अस्पताल शुरू हो सकेगा। उपकरणों की खरीदी भवन निर्माण होने की बाद की जाएगी।
यह उपकरण रहेंगे : कैंसर के इलाज के लिए स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में तीन लीनियर एक्सेलेरेटर मशीन, सीटी स्केन, एमआरआइ मशीनें लगाई जाएंगी। इसके अलावा यहां कीमोथैरेपी वार्ड, आइसीयू, महिला, पुरुष वार्ड, ओपीडी व अन्य वार्ड होंगे। मरीजों का बोनमेरो ट्रास्प्लांटेशन भी यहां संभव हो सकेगा।